मिरर मीडिया : डीएवी पब्लिक स्कूल सिंदरी से सटे खेल मैदान पर चारदीवारी निर्माण को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। 13 जून को एसडीओ धनबाद के निर्देश पर खेल मैदान पर चारदीवारी निर्माण के लिए पुलिस के साथ दंडाधिकारी डॉक्टर संजय कुमार सिंह मौके पर पहुंचे थे। वहीं पास के ग्रामीणों ने डीएवी के प्राचार्य आशुतोष कुमार पर जमीन लूटने का इल्जाम लगाते हुए तीर मारने की धमकी देते हुए चारदीवारी निर्माण में विवाद उत्पन्न किया। दंडाधिकारी के रहने के बावजूद चारदीवारी का निर्माण नहीं सका। शनिवार को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम को सर्किट हाउस पहुंचने के बाद डीएवी सिंदरी के प्राचार्य आशुतोष कुमार पहुंच पूरे मामले से अवगत कराया एवं न्याय की गुहार लगाई।
इस बाबत डीएवी के प्राचार्य आशुतोष कुमार शनिवार को सर्किट हाउस पहुंचे एवं राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अधिकारी राजेंद्र मल्लिक से मुलाकात कर उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किया एवम बच्चों के खेल के मैदान के निर्माण में मदद की मांगी की ।
वहीं पूरे मामले पर मिरर मीडिया से जानकारी साझा करते हुए उन्होंने कहा कि विद्यालय बच्चों को खेलने के लिए एक सुरक्षित कैंपस का निर्माण करने का कार्य किया जा रहा है। यह पूरी भूमि एफसीआईएल के द्वारा अधिग्रहित है। अधिग्रहण के बाद वहां पर खाद कारखाना लगाया गया है। अधिग्रहण के पश्चात खासकर एफसीआईएल के प्रबंधक ने उनके कर्मियों के बच्चों को पढ़ाने के लिए बहुत सारे स्कूल बनाएं। जब वहां यह कारखाना बंद हुआ कारखाना के कर्मियों के बच्चों के लिए शिक्षा को सुनिश्चित करने के लिए एक रणनीति के तहत डीएवी को हस्तांतरित किया। अब लोगों को यह उलझन है कि यह जमीन डीएवी को नहीं दी गई। जबकि जमीन विद्यालय की पहले से ही थी। जिस पर स्थानीय द्वारा विवाद उत्पन्न की गई। साथ ही उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग से बच्चों के खेल के मैदान की मांग की गई है। टीम ने पूरे मामले को सूचीबद्ध किया है और आश्वाशन दिया है। उन्होंने धनबाद उपायुक्त से न्याय की गुहार लगाते हुए अभी-अभी चारदीवारी निर्माण की मांग की है ताकि बच्चों का भविष्य संवर सके।

