मिरर मीडिया : विगत दिनों बस्ताकोला स्थित जीवन (JEEVAN) संस्था में दिव्यांग युवक के साथ क्रूरता और प्रताड़ित करने के साथ एक नाबालिक लड़की की मौत का मामला प्रकाश में आया था। इस पूरे मामले की जांच के लिए शनिवार को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम ने धनबाद में बस्ताकोला स्थित जीवन (JEEVAN) संस्था में जा कर छानबीन की।
वहीं पूरे मामले पर जानकारी देते हुए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अधिकारी राजेंद्र मलिक ने बताया कि पिछले दिनों जीवन (JEEVAN) संस्था के द्वारा एक नाबालिक बच्ची की मौत एवं दिव्यांग बच्चे को प्रताड़ित करने के मामले में राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की टीम धनबाद पहुंच जांच कर रही है। इस बाबत बच्चों के माता-पिता से भी बात की गई है। जबकि अभी दो-तीन बिंदुओं पर जांच होनी बाकी है।

इधर उपायुक्त ने अलग कमेटी बनाकर पूरे मामले की जांच की है। अभी तक की जांच में कई सारे तथ्य सामने आए हैं। आगे की जांच की जा रही है। बता दें कि इस घटना के बाद जीवन संस्था के संचालक सवालों के घेरे में है। मानसिक रोगियों के साथ बहुत ही संवेदनशीलता की आवश्यकता होती है। लोगों में जागरूकता की जरूरत है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों जीवन संस्थान में एक मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चे को प्रताड़ित करने एवं नाबालिक बच्ची के मौत का मामला सामने आया था। इसे लेकर संस्था की काफी निंदा भी हुई जबकि मामले को गंभीरता से लेते हुए झारखंड अभिभावक महासंघ ने NCPCR में पत्र के माध्यम से इसकी शिकायत भी की थी। वही इस पर संज्ञान लेते राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग दिल्ली से सम्बंधित मामले की जांच पड़ताल करने टीम अधिकारी राजेंद्र मल्लिक धनबाद पहुंचे हैं। बता दें कि बीती रात धनबाद के सर्किट हॉउस में सम्बंधित अधिकारीयों संग बैठक भी की गई जिसमें महिला एवं बाल विकास सामाजिक कल्याण पदाधिकारी स्नेहा कश्यप भी मौजूद रही। बहरहाल पूरे मामले पर और हर बिंदुओं पर राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की टीम धनबाद पहुंच पूरे मामले की जांच में जुटी है। वहीं अब पूरे मामले पर किस प्रकार कार्यवाही की जाती है और दोषीयों को सजा दी जाती है यह देखने वाली बात हो गई होगी।