मिरर मीडिया : रवींद्र नाथ टैगोर के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में आज धनबाद के डीएवी पब्लिक स्कूल सिंदरी में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस बाबत विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए गए। बता दें कि कक्षा 10 वीं की छात्रों द्वारा गीत पर शास्त्रीय नृत्य व कविता प्रस्तुत की गई।

इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य अशुतोष कुमार ने कहा कि विश्वकवि रवींद्रनाथ ठाकुर ने भारत के स्वाधीनता आंदोलन की सांस्कृतिक चेतना में आधुनिक मानवतावाद को प्रधान स्वर बनाया। एक आधुनिक मानवतावाद जिसमें विज्ञान, प्रौद्योगिकी, सहकारिता, श्रम की पूंजी के साथ संघर्ष जैसे तत्कालीन सभी आधुनिक चिंतन को आत्मसात करने की उदारता हो, उन पर खरे उतरने के लिए खुद को बदलने की भी सक्रियता हो और इसके साथ देशप्रेम की भी भावना प्रबल हो ऐसा उनका संदेश लेखनी में झलकता था।

उन्होंने कहा कि विश्वकवि रवींद्रनाथ के मानवतावाद में समाजवादी क्रांति जैसी नई सोच के लिए बहुत जगह थी। यही कारण है की उन्हें साहित्य के क्षेत्र में एशिया महादेश का प्रथम नोबेल पुरुस्कार से सम्मानित किया गया। उनकी कविताओं में नदी और बादल की अठखेलियों से लेकर अध्यात्मवाद तक के विभिन्न विषयों को बखूबी उकेरा गया है। उनकी कविता पढ़ने से उपनिषद की भावनाएं परिलक्षित होती है। इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षक और शिक्षिकाएं उपस्थित थे।