मिरर मीडिया : झारखंड में एक बार फिर ED की धमक देखने को मिल रही है। बुधवार सुबह ही ED राज्य के करीब दर्जनों ठिकाने पर छापेमारी की है। इस बार ईडी के अधिकारियों के निशाने पर वे लोग हैं जो सत्ता के करीबी माने जाते रहे हैं और जिनकी सरकार में बड़ी पैठ रही है। बता दें कि बुधवार की रेड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मीडिया सलाहकार अभिषेक श्रीवास्तव उर्फ पिंटू, के ठिकानों पर भी छापेमारी कर रही है। जानकारी के अनुसार उनके आवास में दस्तावेजो के साथ साथ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की भी जांच की जा रही हैं।
बता दें, अभिषेक पिंटू हेमंत सोरेन के काफी करीबी बताए जाते हैं। यह मुख्यमंत्री के राजदार भी बताए जाते हैं। अलग-अलग कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री के साथ मंच साझा करने से लेकर हर महत्त्वपूर्ण बैठकों में पिंटू शामिल रहते हैं। कहने को तो अभिषेक श्रीवास्तव उर्फ पिंटू मीडिया सलाहकार हैं। लेकिन, झारखंड की सरकार में उनका कद इस पद से बड़ा माना जाता है।
कहा तो यह भी जाता है कि झारखंड में कोई भी बड़ा सरकारी काम हो अगर इस पर पिंटू की सहमति न हो तो काम हो पाएगा या नहीं यह सुनिश्चित नहीं हो पाता है। सूत्रों के अनुसार झारखंड के अधिकारी भी अभिषेक पिंटू के जरिए ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तक पहुंच पाते हैं। ऐसे में पिंटू के कद को समझना आसान है और यही वजह है की पिंटू ईडी के रडार पर हैं। पिछली बार भी इसी कारण से ईडी ने अभिषेक उर्फ पिंटू को समन कर पूछताछ के लिए बुलाया था।
गौरतलब है कि अवैध खनन मामले में 19 जुलाई 2022 को पंकज मिश्रा को गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद इसी मामले में मुख्यमंत्री के करीबी अभिषेक श्रीवास्तव पर भी ईडी ने दबिश की थी। इसके बाद 4 अगस्त 2022 को उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया था और यहीं से मुख्यमंत्री को ईडी दफ्तर बुलाने की पटकथा शुरू हुई थी।