
रांची: झारखंड सरकार में मंत्री हफीजुल हसन ने हाल ही में अपने एक बयान को लेकर उठे विवाद पर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि उनका पूरा सार्वजनिक जीवन भारतीय संविधान की मूल भावना समावेशिता और सामाजिक न्याय को समर्पित रहा है।
मंत्री हसन ने अपने सोशल मीडिया हेंडल X पर लिखा है कि वे हमेशा बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के आदर्शों से प्रेरित रहे हैं और उनके प्रति उनकी गहरी श्रद्धा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि संविधान उनके लिए सर्वोपरि है और वे हमेशा जाति, धर्म, वर्ग और क्षेत्र से ऊपर उठकर कार्य करते आए हैं।
अपने बयान को लेकर फैल रही गलतफहमियों पर प्रतिक्रिया देते हुए हसन ने कहा कि उनका कोई भी वक्तव्य समाज को बांटने के लिए नहीं होता। उन्होंने कहा, “मैंने हमेशा एक समतामूलक समाज की कल्पना की है और उसी दिशा में काम करता रहा हूँ।”
उन्होंने अपील की कि किसी भी बयान को संदर्भ से हटाकर पेश न किया जाए और समाज में सौहार्द बनाए रखने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना चाहिए।
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