भारत में कोविड-19 के मामलों में एक बार फिर तेजी देखी जा रही है। बीते कुछ दिनों में 1000 से अधिक संदिग्ध मामलों की रिपोर्ट आई है, जिनमें से 752 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली जैसे राज्यों में संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं, वहीं कुछ राज्य अब भी संक्रमण से अछूते हैं। स्वास्थ्य विभाग और सरकार ने पूरे देश में अलर्ट मोड घोषित कर दिया है।
केरल सबसे ज्यादा प्रभावित, महाराष्ट्र और दिल्ली में भी बढ़ोतरी
देशभर में अब तक 1009 एक्टिव कोविड केस दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 430 अकेले केरल में हैं। महाराष्ट्र में 209 और दिल्ली में 104 एक्टिव मामले हैं। अन्य राज्यों में भी स्थिति तेजी से बदल रही है — कर्नाटक में 47, पश्चिम बंगाल में 11 केस मिले हैं।
7 संदिग्ध मौतें, पुष्टि बाकी
अब तक 7 मौतों को कोविड से जोड़कर देखा जा रहा है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। महाराष्ट्र में 4, केरल में 2 और कर्नाटक में 1 मौत दर्ज की गई है। स्वास्थ्य विभाग इन मौतों की डिटेल जांच कर रहा है, क्योंकि सभी मृतक पहले से किसी न किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित थे।
कुछ राज्य अभी भी सुरक्षित
जहां एक ओर देश में कोविड का खतरा बढ़ रहा है, वहीं अंडमान-निकोबार, अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों में अभी तक कोई भी सक्रिय मामला सामने नहीं आया है।
अस्पतालों को सतर्क रहने के निर्देश
स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश भर के सरकारी और निजी अस्पतालों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। सभी राज्यों को कहा गया है कि वे संदिग्ध मरीजों की कोविड जांच अनिवार्य रूप से कराएं और संक्रमण के किसी भी संकेत को नजरअंदाज न करें। अस्पतालों को आइसोलेशन वार्ड, ऑक्सीजन और आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया है।
दिल्ली सरकार की तैयारी
दिल्ली में बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने लोगों से घबराने की बजाय सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार ने सभी अस्पतालों को कोविड संबंधी गाइडलाइंस भेज दी हैं। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है, हम पूरी तरह नजर बनाए हुए हैं।”
दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने मंगलवार को स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा बैठक बुलाई है, जिसमें राजधानी में कोविड के बढ़ते मामलों पर चर्चा और जरूरी कदमों पर निर्णय लिया जाएगा।
निष्कर्ष: सतर्कता ही बचाव
देश में कोविड की नई लहर की आहट दिखने लगी है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने आवश्यक कदम उठाने शुरू कर दिए हैं, लेकिन जनता की सतर्कता सबसे बड़ी रक्षा कवच है। मास्क पहनना, हाथ धोना, भीड़ से बचना और किसी भी लक्षण पर तुरंत जांच कराना बेहद जरूरी है।