डिजिटल डेस्क, कोलकाता : कोलकाता मेट्रो की ब्लू लाइन पर स्थित कवि सुभाष (न्यू गरिया) मेट्रो स्टेशन में हाल ही में सामने आई दरारों के बाद अवसंरचना परामर्श कंपनी राइट्स ने रेलवे बोर्ड को एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपी है। यह रिपोर्ट मुख्य रूप से टालीगंज से शहीद खुदीराम खंड तक के एलिवेटेड मेट्रो स्टेशनों की संरचनात्मक स्थिति का आकलन करती है, जिसमें आदि गंगा नहर पर बने खंभों पर विशेष ध्यान दिया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार आदि गंगा नहर पर बने खंभे संरचनात्मक रूप से सुरक्षित और बेहतर स्थिति में पाए गए हैं। हालांकि, सार्वजनिक सुरक्षा के लिए किसी भी तरह के बदलाव या समायोजन का निर्णय रेलवे बोर्ड द्वारा लिया जाएगा।
गौरतलब है कि कवि सुभाष मेट्रो स्टेशन के खंभों में दरारें पाए जाने के बाद 28 जुलाई को इसे बंद कर दिया गया था। इसके बाद कोलकाता मेट्रो रेलवे ने घोषणा की थी कि इस 15 साल पुराने स्टेशन के अप प्लेटफॉर्म को तोड़कर दोबारा बनाया जाएगा। इस मरम्मत और पुनर्निर्माण कार्य को नौ महीने के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
अधिकारियों ने बताया कि शहीद खुदीराम से दक्षिणेश्वर खंड के बाकी सभी मेट्रो स्टेशनों की स्थिति अच्छी है। मेट्रो रेलवे नियमित रूप से राइट्स के माध्यम से अपने स्टेशनों की संरचनात्मक स्थिति का सर्वेक्षण कराता रहता है।
मेट्रो प्रशासन ने उन दावों को खारिज कर दिया है जिनमें कहा गया था कि भारी बारिश के कारण कवि सुभाष स्टेशन में दरारें आई। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि यह संरचना 22 मीटर गहराई तक डीप-पाइल फाउंडेशन समूहों पर निर्मित है। सभी डिज़ाइन संबंधी निर्णय विस्तृत भू-तकनीकी जांच के आधार पर लिए जाते हैं और संरचनात्मक मजबूती और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्थापित इंजीनियरिंग मानकों का पालन किया जाता है। फिलहाल 32 किलोमीटर लंबी ब्लू लाइन पर कवि सुभाष से सटे शहीद खुदीराम से दक्षिणेश्वर स्टेशनों के बीच मेट्रो सेवा चालू है।