मिरर मीडिया : रूस की सबसे बड़ी ऑयल निर्माता कंपनी रोसनेफ्ट ने भारत के सरकारी कंपनियों के साथ कच्चे तेल की डील साइन करने से इनकार कर दिया है। सूत्रों कि माने तो रोसनेफ्ट पहले ही कुछ और ग्राहकों के साथ तेल सप्लाय की डील कर चुका है। इसके बाद से उसके पास भारतीय कंपनियों को देने के लिए तेल नहीं बचा है। हालांकि अब तक सिर्फ देश की सबसे बड़ी कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्प (आईओसी) ने रोसनेफ्ट के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जो हर महीने 6 मिलियन बैरल रूसी तेल खरीदेगा, जिसमें 3 मिलियन बैरल अधिक खरीदने का विकल्प होगा।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, रूस से भारत की दो अन्य कंपनीयों से डील नहीं होने पर भारतीय कंपनियों को आने वाले समय में स्पॉट मार्केट से महंगा तेल खरीदना पड़ सकता है। इससे भारत में तेल की कीमतें एक बार फिर बढ़ सकती हैं।