जमशदेपुर : उप विकास आयुक्त प्रदीप प्रसाद की अध्यक्षता में जिला बाल संरक्षण समिति सह चाइल्ड लाइन सलाहकार बोर्ड की बैठक की गई। बैठक में बच्चों के संरक्षण व अधिकारों से संबंधी त्वरित कार्रवाई के लिए कई निर्णय लिये गये। उप विकास आयुक्त ने चाइल्ड लाइन द्वारा रेस्क्यू किए गए 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों से संबंधित चिकित्सा जांच रिपोर्ट 48 घंटे में उपलब्ध कराने के लिए सिविल सर्जन को निदेश दिया गया। ताकि बच्चों के पुनर्वास में यथाशीघ्र कार्रवाई की जा सकेे। चाइल्ड लाइन द्वारा प्राप्त सूचना के अनुसार वैसे बालिका जो पढ़ना चाहती है उन्हें सत्र के बीच में आवासीय विद्यालय में नामांकन के लिए जिला शिक्षा अधीक्षक को पत्र प्रेषित करने का निर्णय लिया गया ताकि बालिकाओं का पढ़ाई अवरुद्ध ना हो।

रेलवे स्टेशन परिसर से रेस्क्यू किए जाने वाले बच्चों का चिकित्सा जांच रेलवे अस्पताल में किए जाने के संबंध में डीआरएम को पत्र निर्गत करने का निर्णय लिया गया। आरपीएफ व जीआरपी के द्वारा बच्चों का चिकित्सीय जांच करने के बाद ही रेस्क्यू किए गए बच्चों को संबंधित विभाग को रेफर करने का निर्णय लिया गया। चाइल्ड लाइन 1098 के प्रति आम जनता को जागरूक करने के उद्देश्य व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार का निदेश दिया गया। साथ ही जिला में बालिका गृह, मानसिक अशक्त बच्चों के लिए विशेष गृह व नशा उपचार संबंधी गृह की व्यवस्था के लिए विभाग को मार्गदर्शिका के लिए पत्र प्रेषित करने का निर्णय लिया गया।
जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी द्वारा कोविड-19 के कारण व कोविड-19 के दौरान एकल अभिभावक व अनाथ बच्चों को चिन्हित कर संबंधित जानकारी जिला बाल संरक्षण इकाई के कार्यालय में उपलब्ध कराने के लिए अनुरोध किया गया। इसके अलावा स्ट्रीट चिल्ड्रन से संबंधित जानकारी भी उपलब्ध करने के लिए संबंधित एनजीओ को कहा गया। ताकि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ वैसे बच्चों को दिलाया जा सके। बैठक में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सत्या ठाकुर, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी डॉ चंचल कुमारी, पुलिस उपाधीक्षक-2 कमल किशोर, पुलिस उपाधीक्षक रेल, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, चाइल्ड लाइन- निदेशक, चिकित्सा पदाधिकारी, चाइल्ड लाईन- रेलवे चाइल्ड लाईन, सब सेंटर चाइल्ड लाइन के समन्वयक, श्रमजीवी महिला समिति के सचिव आदि उपस्थित रहे।