राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य सुनील वर्मा व सीडब्ल्यूसी चेयरपर्सन उत्तम मुखर्जी सोमवार को SNMMCH पहुंचें तथा घायल बच्चे का हालचाल लिया। वहीं बच्चा को आईसीयू से हटाकर जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था जिसके बाद
जिसके बाद आयोग के सदस्य सुनील वर्मा ने बच्चे को जनरल वार्ड से हटाकर जहां बच्चा पहले से था आईसीयू में शिफ्ट करने के निर्देश दिए। वही उत्तम मुखर्जी ने बताया कि बच्चे को किसी निजी अस्पताल में बेहतर इलाज कराने की बात पर अधीक्षक अरुण बर्नवाल ने बताया कि इसकी कोई जरूरत नहीं है बच्चे की स्थिति में सुधार हो रहा है यहीं पर बच्चे की देखभाल की जा सकती है। उन्होंने आगे बताया कि जनरल वार्ड में बहुत गंदगी थी ऐसे में बच्चे की उचित इलाज इलाज के दौरान संक्रमण फैलने की समस्या उत्पन्न हो सकती थी जिसके बाद अधीक्षक से वार्ता कर आईसीयू में या पहले जिस इमरजेंसी में था वहीं पर रखकर इलाज करने को कहा गया।
बता दें कि बच्चा को इमरजेंसी से हटाकर जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था जिसकी शिकायत पर राज्य बाल संरक्षण आयोग और सीडब्ल्यूसी की टीम SNMMCH पहुंची थी जहां बच्चे का हाल-चाल जाना और जानकारी ली वहीं
राज्य बाल संरक्षण संस्था की निदेशक राजेश्वरी बी से भी बात की तथा बच्चे की बेहतर चिकित्सा के लिए व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया।
निदेशक ने कहा इसमें कोई समस्या नहीं है। सीडब्ल्यूसी ने भी जिला बाल संरक्षण इकाई को निर्देश दिया है कि SNMMCH से समन्वय कर बच्चे को किसी बेहतर संस्थान में ले जाने की व्यवस्था हो।
वहीं दूसरी तरफ जीआरपी द्वारा अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं किए जाने के मामले को आयोग ने गंभीरता पूर्वक लिया और रेल डीएसपी से बात कर फिंगर स्कैन से बच्चे के परिजनों को ट्रेस करने तथा तत्काल FIR दर्ज करने के निर्देश दिए।
यहां बता दें कि रेलवे चाइल्ड लाइन को बच्चा गंभीर रूप से स्टेशन के टिकट काउंटर पर घायल मिला था जिसके बाद जीआरपी और सीडब्ल्यूसी को इसकी जानकारी दी गई थी जिसके बाद सीडब्ल्यूसी ने बेहतर इलाज हेतु बच्चे को एस एनएमसीएच में भर्ती कराया था जहां बच्चे का इलाज चल रहा था। बच्चे के सर में काफी चोट लगे थे वही हाथ और पैर टूटे हुए थे इलाज के दौरान बच्चे की स्थिति में सुधार हो रही थी जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने इमरजेंसी से निकालकर बच्चे को जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया था।
वहीं अब तक न तो कोई प्राथमिकी दर्ज की गई है ना ही बच्चे के माता-पिता का पता चल पाया है।
हालाकि अब सीडब्ल्यूसी संज्ञान लेकर बच्चे के इलाज में जुटी हुई है और चिकित्सक के मुताबिक़ बच्चे की हालत में सुधार भी हो रहा है बस अब उसके माता-पिता का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।