मिरर मीडिया : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के एमए में इस्लामी अध्ययन विभाग में ‘सनातन धर्म अध्ययन’ पाठ्यक्रम शुरू किया गया है। इस बाबत सनातन धर्म पर पाठ्यक्रम को शामिल करने के संबंध में AMU के प्रवक्ता उमर सलीम पीरजादा के मुताबिक कि एएमयू एक समावेशी विश्वविद्यालय है जिसमें सभी धर्मों के छात्र आते हैं। जिसे देखते हुए ये फैसला लिया गया है। यह पढ़ाई ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन में की जाएगी। इस कोर्स के दौरान सनातन धर्म के अलावा अन्य धर्मों के बारे में बताया जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार लगभग 20 विद्वानों ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर दो लेखकों के काम को पाठ्यक्रम में शामिल करने की शिकायत की थी।
इससे पहले अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ने इस्लामी अध्ययन विभाग के पाठ्यक्रम से 20 वीं शताब्दी के इस्लामी लेखकों अबुल अल अल-मौदुदी और सैय्यद कुतुब को सिलेबस से हटा दिया था। वहीं अनावश्यक विवाद से बचने के लिए यह कदम उठाया क्योंकि कुछ विद्वानों ने कार्यों की आलोचना की है और दो लेखकों के कार्य को लेकर पीएम मोदी से शिकायत की है कि उन्होंने इसमें आपत्तिजनक सामग्री के रूप में वर्णित किया है। अबुल अला अल-मौदुदी (1903-1979) एक भारतीय इस्लामी विद्वान थे, जो विभाजन के तुरंत बाद पाकिस्तान चले गए।