झारखंड में एन्टी ट्रेफिकिंग नेटवर्क औऱ स्पार्क रांची ने झारखंड में घरेलू काम करने वालों की स्थिति पर सर्वे रिपोर्ट किया जारी
मिरर मीडिया : मंगलवार को होटल कोरल ग्रैंड कांटाटोली रांची में झारखण्ड एंटी ट्रैफिकिंग नेटवर्क और स्पार्क रांची ने “झारखण्ड के घरेलू काम करने वालों की स्थिति” पर सर्वे रिपोर्ट जारी किया। मौके पर ऑक्सफैम से सपना सोरेन, दूरदर्शन से मधुकर, सामाजिक कार्यकर्ता तारामणि साहू, मज़दूर संगठन से पूनम होरो एवं अन्य मौजूद थे। तारामणि साहू ने दलित और आदिवासी महिलाओं व किशोरियों के ट्रेकिंग और उनके कौशल विकास प्रशिक्षण के नाम पर हो रहे शोषण पर चर्चा करते हुए कहा कि अनुसूचित जातियों एवं जनजातियों के उत्थान के लिए सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों को मिलकर काम करना होगा।
ऑक्सफैम इंडिया की सपना सोरेन ने घरेलू कामगारों के अधिकार एवं उनके प्रति व्यवहारिकता को लेकर चर्चा की। यह भी जोड़ा की डोमेस्टिक वर्कर्स जब अपनी समस्याएं लेकर पुलिस अथवा सरकारी संस्थानों के पास जाते हैं तो अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कई बार प्रताड़ना के मामलों में उनके ही चरित्र पर सवाल उठाया जाता है।
वही दूरदर्शन के मधुकर ने कहा सरकारी संगठनों जैसे कि झालसा व लेबर डिपार्टमेंट को डोमेस्टिक वर्कर्स के साथ समन्वय बनाकर उनकी सहायता करनी होगी। रिपोर्ट रिलीज़ से यह बात सामने आया कि झारखंड राज्य में काम करने वाले अधिकतम अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति के हैं।