डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर : देश की दिग्गज स्टील उत्पादक कंपनी टाटा स्टील ने उत्पादन क्षमता बढ़ाने और भविष्य की तकनीक पर काम करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। कंपनी के बोर्ड ने कई महत्वपूर्ण फैसलों को मंजूरी दे दी है, जिनमें 636 करोड़ रुपये की लागत से एक प्रमुख प्लांट का अधिग्रहण शामिल है।
श्रेवेणी पिलेट प्लांट का अधिग्रहण
मुंबई में हुई टाटा स्टील की बोर्ड मीटिंग में, श्रेवेणी पिलेट प्लांट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को खरीदने की मंजूरी दी गई।
- डील की कीमत: टाटा स्टील इस कंपनी का अधिग्रहण 636 करोड़ रुपये में करेगी।
- अधिग्रहण का तरीका: टाटा स्टील, श्रेवेणी पिलेट्स प्राइवेट लिमिटेड में 50.01 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए समझौता किया है। टीपीपीएल ही श्रेवेणी पिलेट प्लांट लिमिटेड (SPPPL) का अधिग्रहण करेगी। टीपीपीएल में बाकी 49.99 फीसदी हिस्सेदारी एलएमएल के पास रहेगी।
ब्राह्मणी रिवर पिलेट लिमिटेड (बीआरपीएल) में 100% हिस्सेदारी
अधिग्रहण के बाद, टीपीपीएल के पास ओडिशा के जाजपुर में स्थित ब्राह्मणी रिवर पिलेट लिमिटेड की 100 फीसदी हिस्सेदारी आ जाएगी।
- बीआरपीएल की क्षमता: इस प्लांट की क्षमता 4 मिलियन टन पिलेट (MTP) प्रति वर्ष है। प्लांट से जुड़ा 212 किलोमीटर लंबा स्लरी पाइपलाइन भी है, जो परिवहन में सहायक होगा।
जमशेदपुर में लगेगा प्रदर्शन प्लांट
कंपनी जमशेदपुर में लगभग एक मिलियन टन प्रति वर्ष क्षमता का एक डेमोंस्ट्रेशन प्लांट लगाएगी। यह प्लांट ‘ग्रीन स्टील’ और कम कार्बन उत्सर्जन वाली तकनीकों पर काम करने के लिए होगा। इस परियोजना के लिए इंजीनियरिंग कार्य शुरू करने और रेगुलेटरी अप्रूवल प्रक्रिया शुरू करने की मंजूरी भी दे दी गई है।

