धनबाद में शिक्षा : दो शिक्षक के भरोसे चल रही आठ कक्षाएं, ऐसे-कैसे संवरेगा देश का भविष्य!
मिरर मीडिया : बच्चे देश का भविष्य हैं और भविष्य अंधकारमय तब होने लगता है ज़ब उसकी शिक्षा पर कुव्यवस्था का कुठाराघात होने लगता है। अव्यवस्था का आलम ये है कि अच्छी शिक्षा नीति सिर्फ हवा हवाई है। सरकारें आती है और जाती है ऐलान भी किया जाता है पर उसपे अमल करते करते 5 साल बीत जाती है। और कहावत आसमान से टपके खजूर पर अटके जैसी बनकर रह जाती है। हालांकि सरकार, सिस्टम और शिक्षा व्यवस्था के उहापोह में सिर्फ बच्चें और उसका भविष्य बली का बकरा बन कर रह जाता है।

शिक्षा व्यवस्था की बदहाली पर हँसता एक विद्यालय है जहाँ मात्र दो शिक्षकों के सहारे विद्यालय की आठ कक्षाएं चलाई जा रही है। आपको बता दें कि धनबाद के हीरापुर स्थित तेलीपाड़ा के मध्य विद्यालय दुर्गा मंदिर में वर्षो से शिक्षकों के आने की बाट जोह रहा है। यहाँ मात्र दो शिक्षकों के भरोसे आठ कक्षाएं चल रही है।

अब सवाल ये उठता है कि ऐसे में कैसे संवरेगा देश का भविष्य जब शिक्षा देने के लिए पर्याप्त शिक्षक ही नहीं है विद्यालय में। आखिर सवाल तो ये भी उठता है कि ज़ब शिक्षा अच्छे भविष्य का आधार है और इसको दरकिनार कर सरकार क्यूँ भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।