मिरर मीडिया : “मम्मी और पापा मुझे डॉक्टर बनाना चाह रहे थे लेकिन मैं उस पर खरा नहीं उतर पाई। दादी के नाम से डॉक्टर बनकर हॉस्पिटल खोलने का सपना था, जो पूरा नहीं हो पाया” ये सारी बातें एक सुसाइड नोट की है जो मृतका की जेब से बरामद किया गया है। आपको बता दें कि डॉक्टर बनने का सपना लेकर मृतका आकृति मोना उरांव रांची चान्हो की रहने वाली थी जो गोविंदपुर के रतनपुर स्थित सुपर हड्रेड कोचिंग सेंटर में पिछले छः महीनों से प्रतियोगिता परिक्षा की तैयारी कर रही थी।
मंगलवार की सुबह धनबाद के गोविंदपुर के रतनपुर स्थित खालसा होटल के समीप जीटी रोड पर किशोरी का शव मिला। पुलिसिया जॉच में घटना एक्सीडेंटल प्रतीत हो रहा है।
इसी तरह के सुसाइड नोट उसके रूम की तलाशी लेने पर बैग से भी बरामद किया गया है। जिससे यह अंदेशा लगाया जा सकता है कि जीटी रोड पर तेज रफ्तार किसी वाहन के आगे वह कूद गई, जिससे उसका सिर फट गया एवं दोनों पैर टूट गए। वहीं घटनास्थल पर काफी मात्रा में खून पाया गया था।
हालांकि पोस्टमार्टम जांच के बाद मामला साफ हो जाएगा। पुलिस उसके स्वजनों के आने का इंतजार कर रही है। इस मामले में कोचिंग संचालक अनिल कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।