झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए आज यानी बुधवार को 43 सीटों पर मतदान किया जाएगा। 81 विधानसभा सीटों में से पहले चरण में अनुसूचित जनजाति की 20 सीटें, अनुसूचित जाति की 6 सीटें और 17 सामान्य सीटें शामिल हैं। इस चरण में 683 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें कई प्रमुख नेता और उनके परिजन भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
राजनीतिक विरासत संभालने की चुनौती
इस चरण के चुनाव में प्रमुख नेताओं के परिजन भी महत्वपूर्ण भूमिका में हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा पोटका सीट से चुनाव लड़ रही हैं, वहीं झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की बहू पूर्णिमा दास साहू जमशेदपुर पूर्वी से अपनी राजनीतिक शुरुआत कर रही हैं। चंपई सोरेन, जो राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हैं, स्वयं सरायकेला सीट से मैदान में हैं और उनके बेटे बाबूलाल सोरेन घाटशिला से बीजेपी के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। मनोहरपुर सीट से पूर्व मंत्री और वर्तमान सांसद जोबा मांझी के बेटे जगत मांझी भी मैदान में हैं।
मंत्रियों की प्रतिष्ठा भी दांव पर
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कैबिनेट के छह मंत्री भी पहले चरण में चुनावी मैदान में हैं। घाटशिला से रामदास सोरेन, डॉ. रामेश्वर उरांव, दीपक बिरुवा, बना गुप्ता और मिथिलेश ठाकुर सहित कई मंत्रियों की राजनीतिक प्रतिष्ठा इस चुनाव में दांव पर लगी हुई है।
मतदान केंद्र और सुरक्षा व्यवस्था
पहले चरण के मतदान के लिए 15,344 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 2,628 शहरी और 12,716 ग्रामीण क्षेत्र में हैं। इस चरण में कुल 1 करोड़ 36 लाख 85 हजार 509 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिनमें 68 लाख 65 हजार 208 पुरुष, 68 लाख 20 हजार महिला और 301 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। विशेष रूप से, दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 1 लाख 91 हजार 553 है।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा के तहत 950 मतदान केंद्र
15,344 मतदान केंद्रों में से 14,394 पर सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक और 950 बूथों पर सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक ही वोटिंग होगी।
1,152 मतदान केंद्रों की पूरी जिम्मेदारी महिला कर्मचारियों के हाथ में है, जबकि 23 बूथों पर युवाओं और 24 बूथों पर दिव्यांगों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा के तहत 950 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें कुछ पर कर्मचारियों को हेलीकॉप्टर से भेजा गया है।
सुरक्षा और आचार संहिता
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने मतदान के दौरान निजता बनाए रखने पर जोर दिया है। मतदान केंद्रों पर मोबाइल फोन, फोटो खींचना और वीडियो बनाने पर पूरी तरह से रोक लगाई गई है। आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद अब तक 179 करोड़ 14 लाख की अवैध सामग्री और नकदी जब्त की जा चुकी है और 54 मामले दर्ज किए गए हैं।