रांची से आयी टीम ने होटलों, ठेलों के खाद्य सामग्री की जांच की, कई जगहों पर मिली मिलावट

Manju
By Manju
4 Min Read

जमशेदपुर : राज्य खाद्य जांच प्रयोगशाला नामकुम रांची से आये मोबाईल फूड टेस्टिंग लैब की टीम ने शहर के मानगो, सोनारी समेत कई इलाकों के होटल रेस्‍तरां ठेले पर बिकने वाली खाद्य सामग्री की जांच की। इस दौरान टीम ने कई जगहों पर खाने में मिलावट भी पाया। मानगो के पूजा स्वीटस से पनीर, रसगुल्ला, कलाकन्द, बुन्दी लड्डु, बर्फी का जांच की जो सही पाया और बृजवासी मिष्ठान से छेना, रसगुल्ला, देसी घी लड्डु, बाबा पेड़ा, मथुरा पेड़ा, जलेबी, कलाकन्द का खाद्य सैम्पल सही पाया। वहीं नास्ता व खाना होटल, मानगो में जलेबी और सब्जी में कामधेन रंग का मिलावट पाया गया जिसे मौके पर नष्ट किया गया। मुकेश छोले भटुरे (ठेला) में तेल और सब्जी जांच में ठीक पाया गया। गिरीश स्वीटस, मानगो स्थित दुकान से जांच में बुन्दी लड्डू, पनीर, रसगुल्ला, गुलाबी छेना, पनीर, कलाकन्द, जलेबी तथा अलबेला स्वीटस मानगो से बुन्दी, पेड़ा, बुन्दी लड्डु, पनीर जांच में सही पाया गया।

इन्डियन बेकरी व स्नैक्स की बुन्दी लड्डु, ओरेन्ज छेना, पीला छेना ठीक पाया गया। मां तारा स्वीटस व स्नैक्स, मानगो में दुकान से कलाकन्द, बुन्दी, सब्जी, चटनी, बेसन की जांच की गई जिसमें रसगुल्‍ला व कलाकंद में स्टार्च (मैदा) की मिलावट होने की पुष्टि हुई। सोनारी स्थित गिल स्वीटस से औरेन्ज बूंदी लड्डू, बुंदिया जलेबी, छेना, रसगुल्ला, पेड़ा, बर्फी जांच के क्रम में सही पाया गया। साथ ही ध्रूवा चरण साव के दुकान से विमल पान मसाला को जब्त कर मौके पर नष्ट किया गया। गुप्ता भुजावाला का दालमोट, टमाटर सॉस, आलू चिप्स में कलर की जा़ंच में सही पाया गया। पुनम ठेला में सब्जी तथा मीठास स्वीट्स के दुकान से छेना, रसगुल्ला, बेसन लड्डु, लाल छेना, बुन्दी लड्डु, कलाकन्द और पेड़े की जांच की गई। जिसमें पेड़ा में मैदा की मिलावट की पुष्टि हुई।

दुर्गा पूजा पर्व को देखते हुए सभी मिठाई दुकानदारों व खाद्य व्यवसाय को निर्देश दिया गया है कि मिठाई व अन्य खाद्य सामग्री बिना मिलावट की बिक्री करें अन्यथा मिलावट की पुष्टि होने पर खाद्य सुरक्षा व मानक अधिनियम 2006 के अंतर्गत विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी। साथ ही ठेलो, खोमचों व होटल संचालक को चेतावनी दी गई है की कामधेनु रंग का प्रयोग किसी भी खाद्य सामग्री, जलेबी, दाल और सब्जी में नहीं करेंगे, इससे आम जनों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ता है, और कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है।

खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी, पूर्वी सिंहभूम द्वारा समोसा, पकौड़े इत्यादि खाद्य पदार्थों को एक ही तेल में चार बार से अधिक फ्राई करने में प्रयोग नहीं करने की सलाह दी गई है। उन्होने कहा कि बार-बार एक ही तेल में खाद्य सामग्री फ्राई करने से टोटल पोलर कम्पाउंड-25% से अधिक हो जाता है जिससे हृदय रोग बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। टीम द्वारा मानगो स्थित खाद्य प्रतिष्ठानों में फ्राइंग ऑयल मॉनिटर द्वारा तेलों की जांच की गई जिसमें सभी प्रतिष्ठान से टोटल पोलर कम्पाउंड-25% से कम पाया गया। मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब की टीम में नेहा कौसर, स्नेहा श्रीवास्तव, राहुल तिग्गा, उदय कुमार के साथ खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी, पूर्वी सिंहभूम शामिल थे।

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *