‘पंख फैलाती सफलता’: धाधकीडीह गांव की महिलाओं ने पोल्ट्री व्यवसाय से किया नाम रोशन

Manju
By Manju
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डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर: पटमदा के धाधकीडीह गांव में महिलाओं के पोल्ट्री व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया है। उन्होंने स्वयं गांव में जाकर पटमदा ग्रामीण पोल्ट्री स्वावलंबी सहकारी समिति लि. की महिला सदस्यों से मुलाकात की और उनके प्रयासों की सराहना की।

​समिति की अध्यक्ष सत्यवती महतो और सदस्य सुशीला किस्कू ने उपायुक्त को बताया कि उन्होंने टैगोर सोसायटी फॉर रूरल डेवलपमेंट के सहयोग से 2011 में यह काम शुरू किया था। आज प्रत्येक महिला इस व्यवसाय से हर महीने 4 से 6 हजार रुपए तक कमा रही है।

​विकास के लिए सहयोग और सुविधाएं

​महिलाओं की मेहनत से प्रभावित होकर, उपायुक्त ने उन्हें व्यवसाय बढ़ाने के लिए कई तरह की सहायता देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड) का लाभ सभी इच्छुक महिलाओं को केसीसी का लाभ दिलाने के लिए 28 अगस्त को गांव में एक विशेष बैंक शिविर लगाया जाएगा। इससे वे आसानी से ऋण के लिए आवेदन कर सकेंगी। महिलाओं की मांग पर, उपायुक्त ने सोलर प्लांट और गोदाम बनाने का भी भरोसा दिया। इसके लिए उन्होंने जल्द से जल्द जगह चिह्नित करने को कहा। जेएसएलपीएस के माध्यम से बिना ब्याज के लोन पर एक पिकअप वैन भी उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि वे अपने उत्पादों को आसानी से बाजार तक पहुंचा सकें। उन्होंने गांव की जर्जर सड़क की मरम्मत और पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने का भी आश्वासन दिया।

​प्रशिक्षण और बाजार से जुड़ाव

​उपायुक्त ने महिला सशक्तीकरण के इस प्रयास की तारीफ करते हुए कहा कि जिला प्रशासन उन्हें पोल्ट्री व्यवसाय को और बड़ा बनाने के लिए प्रशिक्षण, तकनीकी सहायता, मार्केट लिंकेज और सप्लाई चेन विकसित करने में मदद करेगा। उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी को ग्रामीणों की अन्य समस्याओं की सूची बनाकर जल्द रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। उन्होंने ग्रामीणों से पारंपरिक खेती के अलावा पशुपालन, बागवानी और मत्स्यपालन जैसी सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने की भी अपील की, ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को और मजबूत बनाया जा सके।

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