जमशेदपुर। राज्य के स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा और परिवार कल्याण मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि अगर महिलाएं थोड़ी मुखर हो जाएं, तो विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का 2030 तक सर्वाइकल कैंसर के उन्मूलन के लिए शुरू किया गया। माड्यूल 90-70-90 का लक्ष्य हासिल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि स्तन कैंसर, गर्भाश्य कैंसर और भ्रूण हत्या के बीच गहरा संबंध है। वे स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा और परिवार कल्याण विभाग और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की महिला इकाई की ओर से संयुक्त रूप से आयोजित स्तन एवं गर्भाशय कैंसर उन्मूलन अभियान समारोह को रवीन्द्र भवन में रविवार को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने सभी सहिया बहनों का आभार जताया और कहा कि वे उनके मानदेय में बढ़ोतरी के लिए प्रयासरत हैं। उन्होंने आइएमए को भी आश्वस्त किया कि वे मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट के क्रियान्वयन को लेकर जल्द ही कैबिनेट में प्रस्ताव लाएंगे। हालांकि उन्होंने आम लोगों के अधिकार की सुरक्षा की भी बात कही। इससे पूर्व आइएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह ने समारोह को संबोधित करते हुए झारखंड सरकार के द्वारा स्तन एवं सर्वाकल कैंसर के उन्मूलन के लिए शुरू किये गये अभियान की तारीफ की। समारोह को संबोधित करते हुए उपायुक्त विजया जाधव ने ग्रामीण स्तर पर जांच शिविर आयोजित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कम से कम अनुमंडल स्तर पर 10-15 दिनों पर शिविर आयोजित हों तो इसका बेहतर परिणाम निकलेगा। आइएमए की राष्ट्रीय सह अध्यक्ष डॉ. भारती कश्यप ने झारखंड में सर्वाइकल कैंसर जांच के लिए अपनाये गये मॉड्यूल की जानकारी दी और इसे और विस्तार देने के लिए मंत्री से आग्रह किया।