धनबाद। उपायुक्त आदित्य रंजन की अध्यक्षता में गुरुवार को समाहरणालय सभागार में जिलास्तरीय पर्यटन संवर्धन समिति की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जिले के प्रमुख पर्यटन स्थलों के समुचित विकास और प्रचार-प्रसार पर विस्तृत रूप से विचार-विमर्श किया गया।
बैठक में मैथन डैम, तोपचांची झील, बिरसा मुंडा पार्क, भटिंडा फॉल, पंचेत डैम, लिलौरी मंदिर, दलदली आश्रम, शक्ति मंदिर जैसे लोकप्रिय पर्यटक स्थलों के इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए रणनीति तैयार की गई।
उपायुक्त ने बूढ़ा बाबा शिव मंदिर, दुखहरणी मंदिर, चासनाला के कल्याणेश्वरी मंदिर, चीटाही धाम सहित 21 गैर-अधिसूचित स्थलों को पर्यटन की सूची में शामिल करने और तोपचांची झील व पंचेत डैम (वर्तमान में ‘सी’ श्रेणी) तथा भटिंडा फॉल (वर्तमान में ‘डी’ श्रेणी) का श्रेणी उन्नयन करने हेतु विभाग को अनुशंसा भेजने के निर्देश दिए।
मैथन डैम को विकसित करने के लिए पर्यटकों हेतु पेयजल, शौचालय, बैठने की व्यवस्था, पार्किंग, सुरक्षा जैसे बुनियादी सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के साथ ही एक “एनुअल मेंटिनेंस समिति” के गठन का निर्णय भी लिया गया।
बैठक में धनबाद विधायक राज सिन्हा ने शक्ति मंदिर, बिरसा मुंडा पार्क, गौरीशंकर मंदिर व भटिंडा फॉल के आसपास की सुविधाओं को उन्नत करने और ढांगी पहाड़ी पर साइकिल ट्रैक निर्माण का अनुरोध किया। वहीं निरसा विधायक अरूप चटर्जी ने मैथन व पंचेत डैम में वॉटर पार्क और बजट होटल की मांग करते हुए इको टूरिज्म को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
बैठक में ब्रिटिश कालीन तोपचांची हैरिटेज डैम के विकास, बाघमारा के छोटा नगरी पंचायत में “शिबू साहेब नेचुरल पार्क” और कतरी नदी स्थित “शहीद मनिंद्र नाथ मंडल पार्क” के निर्माण पर भी चर्चा हुई।
इसके साथ ही, कोल माइनिंग टूरिज्म को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) से औपचारिक पत्राचार करने का निर्देश भी उपायुक्त द्वारा दिया गया, ताकि इस क्षेत्र को पर्यटन मानचित्र पर विशेष पहचान दिलाई जा सके।