डिजिटल डेस्क/ जमशेदपुर: झारखंड के दिवंगत शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके पैतृक आवास, घोड़ाबांधा में एक विशाल जनसैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धांजलि सभा और उनके श्राद्धकर्म में राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने शिरकत की।
राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने शुक्रवार को घोड़ाबांधा पहुंचकर रामदास सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने मंत्री के चित्र पर पुष्प चढ़ाए और उनके परिवार, जिसमें उनकी पत्नी सूरजमणि सोरेन और बेटे सोमेश, रॉबिन और रूपेश सोरेन शामिल हैं, से मिलकर सांत्वना दी। राज्यपाल ने कहा कि रामदास सोरेन ने समाज और राज्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए हैं, और उनकी कमी हमेशा महसूस की जाएगी।

रामदास सोरेन के श्राद्धकर्म में भारी भीड़ उमड़ी। यहां हर वर्ग के लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे। लोगों की आंखों में गम और उनके प्रति सम्मान साफ झलक रहा था। भीड़ को देखकर यह महसूस हो रहा था कि रामदास सोरेन सिर्फ एक राजनेता नहीं, बल्कि पूरे समाज के एक अभिन्न सदस्य थे।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन के साथ दिवंगत मंत्री को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। उन्होंने रामदास सोरेन के चित्र पर पुष्प अर्पित किए और उनके परिवार से मिलकर ढांढस बंधाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिशोम गुरु (शिबू सोरेन) और रामदास सोरेन का निधन पार्टी और राज्य के लिए एक ‘अपूरणीय क्षति’ है। उन्होंने यह भी कहा कि रामदास सोरेन की सादगी, संघर्ष और समाजसेवा की भावना हमेशा लोगों को प्रेरित करती रहेगी। मुख्यमंत्री ने सोरेन परिवार को भरोसा दिलाया कि इस दुख की घड़ी में वे और पूरी पार्टी उनके साथ मजबूती से खड़े हैं।
दिवंगत मंत्री के बड़े बेटे सोमेश सोरेन ने मुख्यमंत्री के आश्वासन के लिए उनका आभार व्यक्त किया। रामदास सोरेन के श्राद्धकर्म में उमड़ी इस अपार भीड़ ने यह साबित कर दिया कि वे लोगों के दिलों में कितनी गहरी जगह बना चुके थे।

