मिरर मीडिया : साइबर क्राइम का हब के तौर पर जाना जाने वाला झारखंड का जामताड़ा में एक बार फिर दूसरे राज्य की पुलिस ने दबिश दी है। मामला साइबर क्राइम कर लाखों की ठगी का है। आपको बता दें कि जामताड़ा साइबर थाना पुलिस के सहयोग से मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की साइबर सेल की टीम रविवार की रात करमाटांड़ थाना क्षेत्र के बागबेर एवं बिराजपुर गांव में छापेमारी कर दो साइबर शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. दोनों राज्यों की पुलिस ने दोनों साइबर अपराधियों को कोर्ट में पेश किया और फिर ट्रांजिट रिमांड लेकर अपने साथ ले गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के भोपाल साइबर पुलिस ने लगभग 43 लाख रुपए की ठगी के मामले में बिराजपुर से इकराम अंसारी को गिरफ्तार किया है, वहीं इस घटना में शामिल एक अन्य अपराधियों की भी गिरफ्तारी हुई थी लेकिन दो महीने पूर्व सड़क दुर्घटना में उसे हेड इंज्यूरी हुआ था, जिसके वजह से उसका कंडीशन सही नहीं होने के कारण उसे नोटिस जारी कर छोड़ दिया गया। सूत्रों कि माने तो 28 अप्रैल को पेंशन का सही समय पर भुगतान किए जाने के नाम पर अकाउंट डिटेल और ओटीपी लेकर रिटायर कर्मी से ठगी की घटना को अंजाम दिया गया।
पहली बार 28 लाख तथा दूसरी बार में 15 लाख रुपए की निकासी साइबर अपराधियों ने कर ली थी। वहीं दूसरे मामले में महाराष्ट्र के मुंबई की साइबर पुलिस ने लगभग 35 हजार की ठगी के मामले में बागबेर से मुख्तार अंसारी को गिरफ्तार किया गया। अपराधियों के पास से 14 मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद किए गए हैं। बता दें कि मुंबई सेंट्रल रेलवे के एक कर्मी से उबर कैब की बुकिंग के दौरान ठगी की गई। बताया कि उबर कैब को बुक करवाकर साइबर अपराधियों ने उनके नंबर पर फोन कर उन्हें आधे घंटे में कैब उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया और बदले में भुगतान करने की बात कही और भुगतान करने का तरीका बताया। पीड़ित व्यक्ति ने उसके बताए तरीके पर भुगतान किया और उसके बाद उनके खाते से कई बार निकासी हुई और कुल 35000 की निकासी कर ली गई। ज्यादा पैसा जब कट गया उन्होंने तत्काल बैंक से संपर्क कर खाते को लॉक करवाया और बैंक कर्मियों के सलाह पर मुंबई सेंट्रल थाने में मामला दर्ज करवाया। घटना 28 दिसंबर 2021 की है।