जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देश की खुफिया एजेंसियां और सेना पूरे एक्शन में हैं। इस बीच पंजाब पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इन पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का शक है। पुलिस का कहना है कि ये दोनों अमृतसर में सेना और वायु सेना के ठिकानों की जानकारी पाकिस्तान को दे रहे थे।
इनकी पहचान पलक शेर मसीह और सूरज मसीह के रूप में हुई है। पुलिस को शक है कि पलक शेर मसीह और सूरज मसीह, अमृतसर में सेना के कैंटोनमेंट एरिया और एयरफोर्स स्टेशन की गुप्त जानकारी पाकिस्तान भेज रहे थे। जांच में खुलासा हुआ है कि दोनों आरोपियों ने भारत की सैन्य छावनियों, एयरबेस और अन्य रणनीतिक स्थानों की तस्वीरें और जानकारियां दुश्मन देश तक पहुंचाईं। ये सारी सूचनाएं जेल में बंद गैंगस्टर हरप्रीत सिंह उर्फ पिट्टू उर्फ हैप्पी के नेटवर्क के जरिए आईएसआई को भेजी जा रही थीं।
मोबाइल से भेजे गए मैसेज डिलिट किए गए
आरोपित अपने मोबाइल के माध्यम से बीएसएफ, आर्मी और पुलिस थानों की जानकारी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ साझा कर रहे थे। पुलिस ने दोनों के मोबाइल भी जब्त कर लिए हैं। मोबाइल से भेजे गए संदेश डिलिट पाए गए हैं। पुलिस आरोपितों का मोबाइल डाटा खंगालने में जुटी है।
एक दिन पहेल राजस्थान से एक जासूस गिरफ्तार
पहलगाम आतंकी हमले के बाद से ही सेना लगातार कार्रवाई कर रही है। इसके साथ ही कई लोगों की गिरफ्तारी तो कई लोगों से पूछताछ की जा रही है। एक दिन पहले ही राजस्थान से एक जासूस गिरफ्तार किया गया था। पुलिस की इंटेलिजेंस विंग के हत्थे चढ़ा पाक जासुस की पहचान 40 साल के पठान खान के रूप में हुई है। वह जैसलमेर के जीरो आरडी मोहनगढ़ का रहने वाला है। वह पिछले लंबे समय से आर्मी क्षेत्र की वीडियो और फोटो पाक जासूसों को भेज रहा था। इसके अलावा एक पाकिस्तानी रेंजर को भी भारतीय सेना ने हिरासत में लिया है, जिससे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस का कहना है कि वे इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं। वे यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इन दोनों ने पाकिस्तान को क्या-क्या जानकारी दी और इसके पीछे उनका मकसद क्या था। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस काम में और कौन-कौन शामिल है।