कोयला मंत्री का धनबाद आगमन, कई समस्याओं पर निराकरण की उम्मीद, कोयला चोरी पर नकेल को लेकर लिए जा सकते है सख्त निर्णय
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मिरर मीडिया : केंद्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी गुरूवार को धनबाद दौरे पर रहेंगे जिसको लेकर बीसीसीएल की और से तैयारी की जा रही है।
कोयला मंत्री करीब 12 बजे धनबाद पहुंचेंगे। वह दुर्गापुर एयरपोर्ट पर सुबह उतरेंगे। वहां से सड़क मार्ग से धनबाद पहुंचेंगे। वहीं कोल इंडिया चेयरमैन पीएम प्रसाद भी आज धनबाद पहुंच रहे हैं।
बीसीसीएल के अधिकारियों के मुताबिक, कोयला मंत्री ने इस बार झरिया क्षेत्र का दौरा करने का कार्यक्रम तय किया है। जिसके जरिए मंत्री बीसीसीएल की बड़ी परियोजनाओं का निरीक्षण करेंगे।साथ ही करीब 81 अति खतरनाक अग्नि प्रभावित क्षेत्रों में आग की स्थिति को नजदीक से देखकर उसका जायजा लेंगे ।
इसके अलावे कोयला मंत्री लोदना क्षेत्र के नार्थ तिसरा व साउथ तिसरा क्षेत्र का दौरा करेंगे। यहां भूमिगत आग के बीच कोयला खनन, वाशरी निर्माण, भावी योजना पर हो रहे कार्य योजना की समीक्षा भी करेंगे।
इधर मंत्री जी के आगमन के खबर से ही झरिया की आग व पुनर्वास में हो रही देरी को लेकर आवाज उठनी शुरू हो गई है। झरिया मास्टर प्लान की समय सीमा अगस्त, 2021 में ही समाप्त हो गई है। लेकिन अब तक संशोधित मास्टर प्लान पर कोई निर्णय नही आया है।
वहीं इस बार मंत्री जी से उम्मीद जताई जा रही है कि बीसीसीएल को कई समस्याओं से राहत मिलेगी। बता दें कि बीसीसीएल के पास सबसे बड़ी समस्या कोयले को जलने से बचाने की है। झारिया में कोकिंग कोल 100 साल से भूमिगत आग में जल रहा है। जिससे उत्पादन बढ़ाने के साथ –साथ सुरक्षित अग्नि प्रभावित क्षेत्रों से खनन करना बड़ी चुनौती है। वहीं बीसीसीएल के सामने अवैध खनन की समस्या भी दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। रोजाना कई लोग अवैध खनन और कोयला चोरी के कारण मर रहे है। विशेष शाखा की रिपोर्ट में साफ कहा गया है की कोयला खनन करनेवाली आउटसोर्सिंग कंपनिया ही कोयला चोरी कर रही है । 2014 में ही पीएमओ ने इस पर गंभीरता से काम करने को कहा था पर अभी तक कोई सार्थक पहल नहीं दिख रहा है।
ज्ञातव्य है कि 263 करोड़ रूपये से बनी अत्याधुनिक तकनीक वाली मधुबन वाशरी के उद्घाटन के नौ माह बाद भी इसे शुरू नही किया जा सका है।
ऐसे में यह सभी समस्याएं मंत्री जी के सामने बीसीसीएल द्वारा उठाए जाने की उम्मीद जताई जा रही है।