कोयला लदे वाहन जब्ती में खेला की बू, वनरक्षी ने पकड़ किया थाने के जिम्मे, कारण मालूम नहीं, रेंजर बने अनजान
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मिरर मीडिया धनबाद : रेंजर के मैदान में अब वनरक्षी और लिपिक धड़ पकड़ शुरू कर रहे हैं सबसे बड़ी बात है की इसकी भनक रेंजर को भी नहीं है। प्रैक्टिस करने वाले का ग्राउंड कहीं और है। अब वनरक्षी किसकी शह पर मैदान में बेखौफ होकर पारी खेल रहे हैं यह सोचने वाली बात है।
मामला बीती रात की जहां कोयला लदे तीन हाईवा को जब्त किया गया। फिलहाल हाईवा बलियापुर थाने में खड़ी है। कोयला लदे वाहन को पुलिस या प्रशासन ने नहीं बल्कि वन विभाग के वनरक्षी बलवीर दसौंधि व कुछ कर्मचारियों ने पकड़ा है। वन विभाग का तर्क है की कागजातों की जांच की जा रही है उसके बाद कार्रवाई होगी। पकड़े गए वाहनों में JH10AS 1663, JH10AT 9439, JH10 – 2282 शामिल है।
पूरे मामले पर बनरक्षी बलवीर दसोंधी का कहना है कि कोयले से लदे तीन हाईवा को जब्त कर बलियापुर थाने के जिम्में सौंपा गया है। उनके कागजातों की जांच की जा रही है कागजात सहि पाए जाने पर उन्हें छोड़ दिया जाएगा। हालंकि इस दौरान किसी पर कोई प्राथमिकी दर्ज नही की गईं है। वही क्षत्रिय वन पदाधिकारी आरके सिंह का कहना है कि उन्हें इस संदर्भ में कुछ जानकारी नहीं है।
जानकारी के अनुसार बन क्षेत्र से कोयला लदे वाहनों को पार करने हेतु टीपी की जरूरत पड़ती है जो वन विभाग निर्गत करता है। ट्रांजिट परमिट चेक करना बन विभाग का कार्य है और इसकी जांच सिर्फ रेंज ऑफिसर और डीएफओ ही कर सकते है न की लिपिक और वनरक्षी। यहां तक कि वनरक्षी और लिपिक सड़क पर वाहनों की जांच भी नहीं कर सकते। ऐसी स्थिति में वनरक्षी और लिपिक द्वारा वाहनों को पकड़कर बलियापुर थाने के सुपुर्द करना ,कई सवाल खड़े कर रहे हैं।
जबकि ट्रांसपोर्टर का कहना है कि उनके सभी कागजात सही है उन्हें परेशान किया जा रहा है
सूत्रों की माने तो वन विभाग के लिपिक और कुछ कर्मियों की मिलीभगत है सभी मिलकर टीपी देने के नाम पर सेवा शुल्क लेते है। जो वाहन मालिक टी पी हेतू उनकी बात नहीं मानते उनके गाड़ियों को पकड़ लिया जाता है और फिर डील होती है। बीती रात पकड़े गए वाहनों में भी इसी प्रकार की बातें सामने आ रही है। क्योंकि रेंज ऑफिसर इसमें अपने आप को अंजान बता रहे है। हालांकि इसमें कितनी सच्चाई है यह जांच के बाद ही पता चल पाएगा।
अब वरीय अधिकारी किस प्रकार से जांच कर सच्चाई से पर्दा उठाते हैं और उठ रहे तमाम सवालों का पटाक्षेप करते हैं यह देखना होगा