मिरर मीडिया : एक बार फिर बीपीएल कोटे के तहत नामांकन के लिए आवेदनों की जांच का मामला अधर में लटका दिख रहा है जहां झारुडीह स्थित प्राथमिक विद्यालय में लगे कैंप में अभिभावकों का हंगामा दिखा उन्हें संभालने वाला कोई नजर नहीं आ रहा था काफी संख्या में भीड़ जमा हो गई थी वहीं दूसरी तरफ अभिभावक महासंघ ने शिक्षा विभाग पर कई आरोप लगाए।
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अभिभावक महासंघ के महासचिव मनोज मिश्रा ने बताया कि कुल 44 विद्यालयों पर आरोप लगे थे जिसके लिए 44 टेबल पर अधिकारियों को बैठाकर आवेदनों की जांच करनी चाहिए थी मगर विभाग के द्वारा ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है एक बार फिर से राज्य बाल संरक्षण के दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया जा रहा है।
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उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विभाग के अधिकारियों द्वारा दलाल को बुलाकर जानबूझकर हंगामा किया जा रहा है ताकि मामला और लंबित हो जाए। अपने ऊपर दलाली का लगे आरोप में उन्होंने बताया कि अभिभावकों के हित में विगत कई वर्षों से काम कर रहे हैं दलाली का कार्य नहीं करते हैं मगर विभाग जावेद और कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर दलाली करवा रहा है।
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वहीं भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष रीता प्रसाद ने बताया कि 551 आवेदनों के मामले में उन्होंने शिकायत की थी जिसका अभी तक निपटारा नहीं किया गया है अगर इन मामलों पर जांच नहीं की गई तो कोर्ट का शरण में जाएंगे। स्कूल में दलालों द्वारा जानबूझकर बुलाई गई भीड़ के द्वारा दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन सच्चाई के लिए आगे भी लड़ाई लड़ते रहेंगे।
एक तरफ शिक्षा विभाग जहां दावे कर रहा है कि 10 दिनों के अंदर पूरे मामले का पटाक्षेप कर देंगे वहीं दूसरी तरफ अभिभावक महासंघ ने जांच सही नहीं होने के आरोप लगाए हैं अब राज्य बाल संरक्षण आयोग पूरे मामले में किस प्रकार से देखती है और कितनी जल्दी बच्चों के नामांकन हेतु आदेश निर्गत करती है।