पटना: बिहार में मौसम का रुख तेजी से बदल रहा है। अब बारिश का दौर समाप्त होता दिख रहा है और गर्मी अपने चरम पर पहुंचने को तैयार है। राज्य के अधिकतर जिलों में तेज धूप और उमस भरी गर्मी ने लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 10 मई से बिहार के कई जिलों में लू और हीट वेव का प्रकोप बढ़ेगा।
8 मई से तापमान में बढ़ोतरी, गया में 40.2°C पहुंचा पारा
8 मई से ही मौसम में गर्माहट बढ़नी शुरू हो गई थी। गया में अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पटना समेत अन्य जिलों में भी तेज धूप और चुभती गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया। हालांकि, सुबह के समय मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली और समस्तीपुर में गरज-चमक के साथ मध्यम वर्षा और तेज हवाएं (40-50 किमी/घंटा) देखने को मिलीं। शाम होते-होते कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, गया, अरवल और जहानाबाद के कुछ इलाकों में हल्की बारिश भी हुई, लेकिन दिनभर मौसम शुष्क ही बना रहा।
पछुआ हवाओं ने बढ़ाई गर्मी, 10 से 16 मई तक भीषण लू की चेतावनी
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के निदेशक आशीष कुमार के अनुसार, अब पूर्वा हवाओं की जगह पछुआ हवाएं राज्य में सक्रिय हो चुकी हैं। ओडिशा क्षेत्र में सक्रिय प्रति-चक्रवातीय परिसंचरण के कारण गर्म और शुष्क हवाएं बिहार में प्रवेश कर रही हैं। इसका सीधा असर तापमान पर पड़ेगा। अगले कुछ दिनों में दिन का तापमान सामान्य से 8-10 डिग्री अधिक हो सकता है।
10 मई से 16 मई तक राज्य के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान 40°C या उससे अधिक रहने की संभावना है।
लू से सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे ये जिले
हीट वेव और लू का सबसे अधिक असर बिहार के उत्तर-पश्चिमी, उत्तर-मध्य और दक्षिणी जिलों में देखने को मिलेगा। जिन जिलों में विशेष अलर्ट जारी किया गया है, वे हैं:
उत्तर-पश्चिम बिहार: पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण
दक्षिण-पश्चिम बिहार: बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, अरवल
इन जिलों के शहरी क्षेत्रों में हॉट डे और लू का विशेष प्रभाव रहेगा।
कम प्रभावित जिलों की सूची
जहां हीट वेव का असर अपेक्षाकृत कम रहेगा, वे जिले हैं:
सुपौल
अररिया
किशनगंज
सहरसा
मधेपुरा
पूर्णिया
कटिहार
इन क्षेत्रों में तापमान सामान्य के आसपास बने रहने की संभावना है।
क्या बरतें सावधानियां?
मौसम विभाग ने जनता से अपील की है कि इस दौरान दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक घर से बाहर निकलने से बचें। भरपूर पानी पीएं, हल्के और सूती कपड़े पहनें, और विशेषकर वृद्ध, बच्चे और बीमार लोग अतिरिक्त सावधानी बरतें।