बिहार में विधानसभा तुनाव में अभी कुछ महीने का समय बचा हुआ है। इस बीच राज्य का सियासी पारा आसमान छू रहा है। इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी प्रदेश का राजनीतिक तापमान बढ़ाने का काम किया है। दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार सुबह राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात करने पहुंचे। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब बिहार में विधानसभा चुनावों को लेकर सियासी दल रणनीतियां बनाने में व्यस्त हैं।

विश्वविद्यालयों में कुलपति की नियुक्ति को लेकर हुई मुलाकात
मिली जानकारी के मुताबि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के बीच लगभग 15-20 मिनट तक बातचीत हुई। बताया जा रहा है कि यह मुलाक़ात राज्य के विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति को लेकर की गई है। उन्होंने विश्वविद्यालयों में कुलपति की नियुक्ति को लेकर बातचीत की है। बताया जाता है कि बिहार के कई विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति और बदलाव होने हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने इस मुद्दे पर कोई महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं।
चुनाव से पहले सभी मुद्दों के समाधान में जुटी सरकार
बिहार में इसी वर्ष अक्टूबर-नम्बर महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनावों के पहले बिहार सरकार राज्य के सभी विभागों के साथ ही विश्विद्यालयों से जुड़े मुद्दों का भी समाधान करने में लगी है। इसमें नियुक्ति, फंड जारी करना और समय अनुरूप शैक्षिक गतिविधियों का संचालन प्रमुख है। वहीं कुलपतियों की नियुक्ति का मसला भी चुनाव के पूर्व करने को लेकर गतिविधियां तेज हैं।
कयासों का बाजार गर्म
सीएम नीतीश का अचानक राजभवन पहुंचने से सियासी हलकों में कयासों का बाजार गर्म हो गया। लोग अपने हिसाब से इसका मतलब निकाल रहे हैं। हालांकि अभी तक आधिकारिक तौर पर इसको लेकर कोई बयान जारी नहीं किया गया है।