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Dhanbad में बालू के अवैध कारोबार में 7 हजार रूपये प्रति हाईवा की वसूली : किसने उठा रखा है वसूली का जिम्मा?

Dhanbad में चुनाव खत्म होते ही एक बार फिर जिले में अवैध बालू का कारोबार शुरू हो गया है। बालू माफिया सक्रिय दिख रहें हैं। रात के अंधेरे में बराकर नदी के सिजुआ व बेजरा घाट से हाईवा पर अवैध बालू का कारोबार जारी है।

Dhanbad के निरसा थाना क्षेत्र से बालू का अवैध कारोबार शुरू

Dhanbad में बालू का अवैध कारोबार करते कई हाईवा को ग्रामीणों ने पकड़ा
Dhanbad में बालू का अवैध कारोबार करते कई हाईवा को ग्रामीणों ने पकड़ा

Dhanbad जिला प्रशासन ने कुछ माह पूर्व कार्रवाई भी की थी लेकिन एक बार फिर से बालू का अवैध कारोबार शुरू हो गया है। ताज़ा मामला निरसा थाना क्षेत्र का है जहाँ फिर से अवैध रूप से बालू का कारोबार धड़ल्ले से जारी है इतना ही नहीं अब जिले के वरीय अधिकारी के नाम पर ही पैसे की उगाही किये जाने की चर्चा है।

वरीय अधिकारी के नाम पर बालू की प्रति गाड़ी  पर 7 हजार की वसूली

जानकारी के अनुसार करीब आधा दर्जन अवैध हाईवा और ट्रक को निरसा थाना क्षेत्र के बेनागाड़िया के समय कासीडीह में ग्रामीणों ने पकड़ लिया है। वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि नेशनल हाईवे पर जिले के वरीय अधिकारी के नाम पर प्रति गाड़ी 7 हजार की वसूली की जा रही है।

ड्राइवर ने कहा पैसे वरीय अधिकारी के नाम पर जमा

इधर पकड़े गए ड्राइवर का कहना है कि 7 हजार प्रति गाड़ी धनबाद के वरीय अधिकारी के नाम पर जमा किया जाता है और यह कहा जाता है कि किसी को पैसे देने की जरूरत नहीं है। हालांकि इस बात पर भी कार्रवाई होनी चाहिए कि ड्राइवर किस बिना पर यह बयान दे रहा है कहीं इसके पीछे बालू माफियाओं की साजिश तो नहीं है।

बता दें कि अवैध बालू के खनन और कारोबार को रोकने का जिम्मा किसी अकेले का नहीं हो सकता जिस क्षेत्र में अगर बालू की अवैध तस्करी, खनन या परिवहन की जाए रही है वहाँ के अंचल अधिकारी, उस थाना क्षेत्र के थाना अधिकारी, खनन विभाग, जबकि वन विभाग की भी जिम्मेदारी बनती है कि वो देखें कि कहीं वन विभाग के क्षेत्र से बालू का अवैध उठाव तो नहीं किया जा रहा है।

7 हजार प्रतिदिन देने के बाद बालू की बिक्री का लाइसेंस

यानी कहें तो 7 हजार प्रतिदिन देने के बाद बालू की बिक्री का लाइसेंस मिल गया है। हालांकि पैसे की उगाही कौन करता है उसका नाम ड्राइवर ने स्पष्ट नहीं बताया लेकिन इतना बताया कि उसके मालिक सनी सिंह द्वारा किसी व्यक्ति को पैसे देने की बात कही जाती है। हालांकि यहाँ बता दें कि जिस प्रकार से जिला प्रशासन एवं खनन विभाग ने पूर्व में बालू माफियाओं पर नकेल कसी थी जिससे बालू की अवैध तस्करी पर लगाम लग चूका था। पर लोकसभा चुनाव के महापर्व में सभी अधिकारीयों ने अपनी सफल भागीदारी निभाई थी और इस एक डेढ़ महीने की व्यस्तता के बाद एक बार फिर कार्रवाई की जाएगी जिसके कारण भी बालू तस्कर करने वाले ये आरोप लगा सकते हैं।

बिना अनुमति के रोजाना 50 से 100 गाड़ियों से परिवहन की जा रही है

बताया जाता है कि क्षेत्र से बिना अनुमति के रोजाना 50 से 100 गाड़ियां अवैध तरीके से बालू लोड कर परिवहन की जा रही है। अब सवाल हे उठता है कि वरीय अधिकारी के नाम पर पैसे की उगाही कौन कर रहा है। हालांकि पहले भी अधिकारी की मिलीभगत से बालू उठाव और कारोबार की बातें निकल कर आती रही है।

बालू घाटों की नहीं हुई है नीलामी

बता दें कि ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत स्तर से चालान के द्वारा बालू की बिक्री की अनुमति है जबकि इसके विपरीत अभी बालू के घाटों की नीलामी नहीं हुई है इसके बावजूद बेखौफ अवैध बालू का कारोबार जारी है। उधर खनन विभाग द्वारा लगातार कार्रवाई में कई वाहन और अवैध बालू को पकड़ा गया जबकि कई लोगों पर प्राथमिकी  बी दर्ज की गई। वहीं कार्रवाई से इस कारोबार में जरूर कमी आई थी लेकिन एक बार फिर अवैध धंधा सक्रिय हो गया है।

NGT द्वारा बालू के उठाव पर पूर्णतः रोक

जानकारी के अनुसार 10 तारीख से NGT द्वारा बालू के उठाव पर पूर्णतः रोक लग जाएगी ऐसे में जिला प्रशासन और खनन विभाग बालू के अवैध खनन, उठाव, भंडारण एवं बिक्री पर कैसे नकेल कसती है ये देखना होगा। फिलहाल जिले में वरीय अधिकारी के नाम पर बालू के अवैध कारोबार कर पैसे की उगाही करना और इस मामले में किसकी संलिप्तता है यह एक यक्ष प्रश्न बना है।

पूर्व में DC ने कार्रवाई करते हुए 100 लोगों पर की थी प्राथमिकी दर्ज

गौरतलब है कि विगत दो माह पूर्व ही DC द्वारा निरसा क्षेत्र में कार्रवाई कर अवैध बालू लदे कई वाहन जब्त किये गए थे वहीं घाट पर उस दौरान गोलीबारी और काफी हंगामा भी हुआ था। जबकि DC द्वारा गठित टीम को भी बंधक बना लिया गया था करीब 100 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी जिसके बाद चुनाव प्रक्रिया में व्यस्तता के कारण जिला प्रशासन कार्रवाई नहीं कर सकी इस बीच बालू माफिया काफ़ी सक्रिय होकर धड़ल्ले से कारोबार को अंजाम देने लगे।

पैसे की उगाही किये जाने के पीछे कहीं अधिकारीयों को बदनाम करने की साजिश तो नहीं

अब वरीय अधिकारी के नाम पर पैसे की उगाही किये जाने के पीछे कही अधिकारीयों को बदनाम करने की साजिश तो नहीं है। बता दें कि जिले में बालू की दर ऐसे ही आसमान छू रही है ऐसे में अब 7 हजार रूपये प्रति हाईवा की वसूली से यह दर कितना अधिक जाएगा और बालू की कीमत में कितनी वृद्धि होगी यह आंकड़ा लगाया जा सकता है। बहरहाल जिस प्रकार से प्रतिबन्ध के बावजूद बालू का अवैध कारोबार जारी है ऐसे में लगातार कार्रवाई कर अधिकारी की छवि को ख़राब करने की कोशिश पर अविलम्ब लगाम लगाना चाहिए फिलहाल अब चुकी चुनाव भी ख़त्म हो चुके हैं लिहाजा आने वाले दिनों में बालू के अवैध कारोबार पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की उम्मीद है।

KK Sagar
KK Sagar
उत्कृष्ट लेखनी के लिए निष्पक्षता, पारदर्शिता और ईमानदारी का होना बेहद जरुरी है। और यहीं कई वर्षो का अनुभव मुझे मेरे पत्रकारिता में लेखनी को आकर्षक बनाता है। आप पाठकों का प्यार मुझे ऐसे ही आगे बढ़ने की प्रेरणा देता रहें और आगे भी मैं ऐसे ही लिखता रहूं। k k sagar....✍️....

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