बिहार चुनाव में करारी हार के बाद राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के भीतर बड़ा राजनीतिक और पारिवारिक भूचाल आ गया है। लालू प्रसाद यादव के परिवार के अंदर यह विवाद अब खुलकर सामने आ चुका है। पहले उनके बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने बागी रवैया अपनाया और नई पार्टी का गठन करके चुनाव में उतरे और अब लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने भी परिवार से नाता तोड़ दिया। रोहिणी आचार्य के घर छोड़ने के एक दिन बाद उनकी 3 और बहनें रागिनी, राजलक्ष्मी और चंदा ने भी लालू का पटना स्थित घर छोड़ दिया है।

लालू यादव की चुप्पी पर उठ रहे सवाल
बिहार के सबसे बड़े राजनीतिक परिवार में महाभारत छिड़ गया है। अब तक एकजुट रहा परिवार एक झटके में बिखर गया है। पहले पिता की जान बचाने वाली रोहिणी पटन से सिंगापुर चली गई हैं। इधर रोहिणी के जाने के बाद लालू यादव की तीन और बेटियां घर छोड़कर चली गई हैं। इसके बाद कई सवाल उठ खड़े हुए हैं। पूरे प्रकरण पर लालू यादव की अब तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर लालू की इस चुप्पी की वजह क्या है?
जेडीयू ने कहा- लालू जी, अब तो बोलिए
जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने लालू यादव की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा ‘रोहिणी पूरे बिहार की बेटी है। लालू जी, आप क्यों चुप हैं? कृपया इस पर कुछ कहिए।’
तेजस्वी-रोहिणी का तनाव चरम पर
लालू परिवार में पिछले कुछ समय से तेजस्वी यादव और रोहिणी आचार्य के बीच तनाव की खबरें सुर्खियों में हैं। बीते दो दिन से रोहिणी आचार्य अपने छोटे भाई तेजस्वी और उनके साथियों पर हमले कर रही हैं। वह मीडिया में रो-रोकर कह रही हैं कि उनको घर से निकाल दिया गया। उनको मारने के लिए चप्पल उठाया गया।
मेरी किडनी को ‘गंदी’ बताकर अपमानित किया- रोहिणी
रोहिणी ने रविवार को एक और बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि जिस किडनी को उन्होंने पिता लालू यादव को दिया, उसे उनके सामने ‘गंदी किडनी’ कहा गया। साथ ही उन पर करोड़ों रुपये लेने और लोकसभा टिकट मांगने का भी आरोप लगाया गया।
चुनाव में करारी हार के बाद विवाद और गहराया
हाल ही में संपन्न बिहार विधानसभा चुनाव में आरजेडी महागठबंधन का नेतृत्व कर रही थी, लेकिन पार्टी 143 में से सिर्फ 25 सीटें ही जीत पाई। इस हार ने तेजस्वी की रणनीति और सलाहकारों की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब वही असंतोष परिवार की लड़ाई का रूप ले चुका है।

