जमशेदपुर : वीमेंस यूनिवर्सिटी के सिदगोड़ा कैंपस में मंगलवार को पीएचडी इंडक्शन मीटिंग आयोजित किया गया। दीप प्रज्जवलन व सरस्वती वंदना से कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ। कुलगीत संगीत विभागध्यक्ष डॉ सनातन दीप व संगीत विभाग की छात्रों के द्वारा प्रस्तुत किया गया। कुलपति प्रो डॉ अंजिला गुप्ता ने कुलपति डॉ के. भूषण दास व कुलपति प्रो डॉ एस एस रजी को अंगवस्त्र, प्रतीक चिन्ह व पौधा भेंटकर अभिवादन किया। मुख्य अतिथि के रुप में सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी रांची के कुलपति प्रो. डॉ. के. भूषण दास, विशिष्ट अतिथि के रुप में अरका जैन यूनिवर्सिटी, जमशेदपुर के कुलपति प्रो. डॉ. एस. एस. रज़ी उपस्थित थे। कुलपति प्रो डॉ अंजिला गुप्ता ने शॉल, प्रतीक चिन्ह व पौधा देकर अतिथियों का स्वागत किया। मानविकी संकायाध्यक्ष व रिसर्च डेवलपमेंट के डायरेक्टर डॉ सुधीर कुमार साहु द्वारा स्वागत संबोधन किया गया तथा विषय प्रवेश परीक्षा नियंत्रक डॉ रमा सुब्रमण्यम के द्वारा किया गया। विशिष्ट अतिथि आरका जैन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. एस. एस. रज़ी ने अपने वक्तव्य में शोध से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए अपने शोधार्थी जीवन के अनुभव का साझा शोधार्थियों के समक्ष किया। केंद्रीय विश्वविद्यालय रांची के कुलपति के. भूषण दास ने अपने संबोधन में कहा कि खुले विचारों वाला होना चाहिए और उसे सोचने का एक महत्वपूर्ण तरीका भी अपनाना चाहिए साथ ही मेहनती और अपनी रुचि के विशिष्ट क्षेत्र के प्रति समर्पित होना चाहिए। एक सच्चे शोधार्थी में विषय ज्ञान, क्षमता, कार्य सलंग्नता, कृतज्ञता, लेखन के प्रतिवैज्ञानिक दृष्टिकोण, तटस्थता और सहनशीलता के गुणों का होना आवश्यक है। अनुसंधान कार्य में नैतिकता का होना अत्यन्त आवश्यक है। जमशेदपुर वीमेन्स यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो. डॉ. अंजिला गुप्ता ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों को बताते हुए अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि हम उन चार विश्वविद्यालय में से एक है, जिन्हें राज्य सरकार ने बहु-विषयक शिक्षा और अनुसंधान के तहत वाणिज्य, प्रबंधन और अर्थशास्त्र में उत्कृष्टता केंद्र के रूप में चुना है। अनुसंधान विश्वविद्यालय योजना के अन्तर्गत बड़ी उपलब्धि है।