जमशेदपुर : चैती छठ पूजा पर आज छठ व्रतियों ने डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया। छठ पूजा का व्रत नहाय खाय के साथ मंगलवार से शुरुआत हुआ। जो आज अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के बाद व्रती कल सुबह उदयमान सूर्य को अर्घ्य देंगे। इसके साथ ही यह महापर्व संपन्न होगा। लोक आस्था के महापर्व के तीसरे दिन छठ व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य की आराधना की। नदी घाटों पर आस्था का जनसैलाब उमड़ा हुआ है।

स्वर्णरेखा नदी, डिमना लेक समेत कई नदियों और तालाबों में इस भीषण गर्मी में भी लोग भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए जुटे और मनोकामना की पूर्ति के लिए प्रार्थना की। कहीं-कहीं लोगों ने अपनी सुविधा के अनुसार घर पर ही कत्रिम घाट बनाकर सूर्य देवता की पूजा अर्चना की। इस बार कोरोना के खौफ नहीं होने से लोग इस पर्व को लेकर और ज्यादा उत्साहित है।

छठ व्रती चांदनी देवी ने बताया कि वो सालों से छठ व्रत करती आ रही है। पिछले दो सालों से कोरोना की वजह से बंदिशो के साथ पूजा कर रही थी। लेकिन इस बार कोरोना के डर के साये से दूर काफी खुश है। उन्होनें कहा कि वह कामना करती है कि कोरोना जैसी परिस्थिति का सामना अब और ना करना पडे।