मिरर मीडिया : मनरेगा के काम में फर्जीवाड़ा के मामले लगातार मिलते रहते हैं बावजूद इस पर अब तक पूरी तरह से रोक नहीं लग पाई है ताजा मामला गोविंदपुर प्रखंड के बिराजपुर का है जहां जेसीबी लगाकर डोभा और जमीन समतलीकरण कर फर्जी मजदूर दिखाकर करीब 3 लाख 38 हजार निकाल लेने का मामला सामने आया है।
बिराजपुर पंचायत के सपनपुर गांव में जमीन समतलीकरण योजना में दिन के उजाले में मनरेगा के तहत होने वाले कार्यों में जेसीबी लगाकर कार्य कराया गया इसे लेकर पंचायत के जनप्रतिनिधि ने ग्रामीणों के साथ विरोध किया और जेसीबी का वीडियो फोटो बना लिया बिचौलियों ने वीडियो बनाते लोगों को देख लेने की धमकी भी दी।
जेसीबी से मनरेगा का कार्य किए जाने का वीडियो वायरल हुआ वीडियो में साफ दिख रहा है कि मनरेगा के एक योजना में जेसीबी चल रही है। इस संबध में विराजपुर पंचायत के मंझलाडीह निवासी युगल महतो ने उपायुक्त को लिखित शिकायत की है जिस की कॉपी प्रधान सचिव, ग्रामीण विकास विभाग रांची, मनरेगा आयुक्त, उपविकास आयुक्त, लोकपाल व वीडियो गोविंदपुर को भी दी है।
उपायुक्त को दिए गए आवेदन में युगल महतो ने जिक्र किया है कि पंचायत के मुखिया और रोजगार सेवक की मिलीभगतअ से बिराजपुर पंचायत में मनरेगा मैं जेसीबी से कार्य करवाए जाते हैं उन्होंने वर्क कोड संख्या का भी जिक्र किया है आवेदन में कहा गया कि मनरेगा के सभी कार्य खुलेआम जेसीबी से किया जा रहा है।
अब पूरे मामले पर किस प्रकार से जांच होकर करवाई होती है यह देखना होगा।