ट्राइबल को एंटरप्रेन्योर बनाने में महत्ती भूमिका निभाएगा एक्सएलआरआइ, इनोवेटिव आइडिया के जरिये बेहतर उद्यम चलाने वाले हुए पुरस्कृत

Manju
By Manju
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जमशेदपुर : एक्सएलआरआइ जमशेदपुर में सोशल इंटरप्रेन्योरशिप कॉन्क्लेव का समापन हुआ। जिसमें समाज के अलग-अलग करीब 200 से अधिक स्टेक होल्डरों ने हिस्सा लिया। ट्राइबल इंटरप्रेन्योरशिप फॉर सस्टेनेबल ट्रांसफॉमेशन थीम पर आयोजित इस कॉन्क्लेव में इस बात पर मुख्य रूप से मंथन किया गया कि किस तरह से जनजातीय समुदाय के लोगों को अगर सहयोग प्रदान किया जाए तो वे बड़े से बड़े उद्यम शुरू कर अच्छा कार्य कर सकते हैं। एक्सएलआरआइ की छात्र समिति सिग्मा-ओइकोस और एक्सएलआरआइ जमशेदपुर के सेंटर फॉर इनक्लूसिवनेस द्वारा किया गया था।
इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में रिटायर्ड आइएएस अधिकारी सह ट्राइफेड के पूर्व प्रबंध निदेशक प्रवीर कृष्ण मौजूद थे। उन्होंने अपने संबोधन में भारत के विकास में आदिवासी व जनजातीय समुदाय के लोगों के योगदान की जानकारी दी। इस दौरान वन्य उत्पादों पर लगने वाले एमएसपी, वन धन योजना के साथ ही रिटेल मार्केटिंग जैसी पहलों के प्रभाव पर प्रकाश डाला। इस दौरान जनजातीय समुदाय के लोगों के विकास के लिए उन्हें सहयोग देने के साथ ही डिजिटल सपोर्ट देने के लिए साझा प्रयास करने की बात कही।

इस दौरान दो पैनल डिस्कशन का भी आयोजन किया गया। पहले चरण के मॉडरेटर के रूप में सुनील कुमार षाड़ंगी थे। वहीं पैनलिस्ट में प्रवीर कृष्णा, अक्षय सोनी, नीतीश कुमार सिन्हा और फादर जोसेफ मारियानस उपस्थित थे। रांची एक्सआइएसएस के निदेशक श्री कुजूर ने आदिवासी उद्यमिता के लिए सरकारी नीति और कॉर्पोरेट घरानों का लाभ उठाने विषय पर अपनी बातों को रखा। वहीं, दूसरे पैनल में सफल आदिवासी उद्यमियों ने हिस्सा लिया। इसमें मुख्य रूप से रुसिका ग्रुप के डोमन टुडू (रुसिका ग्रुप), द ओपन फील्ड्स के कुमार अभिषेक उरांव, डुओसिस बायो-इनोवेशन की डॉ. रूबी गुप्ता, आंग अपैरल्स के मोहित मोहन सामद मौजूद थे। उन्होंने वित्तीय पहुंच और रूढ़िवादिता पर काबू पाने जैसी चुनौतियों पर खुलकर चर्चा की और दिखाया कि उन्होंने विकास हासिल करने के लिए नवाचार और साझेदारी का किस प्रकार उपयोग किया।

सिग्मा-ओइकोस ने द/नज इंस्टीट्यूट द्वारा संचालित एक सामाजिक स्टार्टअप पिच प्रतियोगिता का भी आयोजन किया। स्टार्टअप पिच प्रतियोगिता के अंतिम दौर में 25 से अधिक टीमों ने भाग लिया, जहां फाइनलिस्टों ने अक्षय सोनी और प्रोफेसर कल्याण भास्कर के सामने अपने विचार प्रस्तुत किए। पिचों का मूल्यांकन उनके विचार, मापनीयता, स्पष्टता, कार्यान्वयन की व्यवहार्यता और समाज पर प्रभाव के आधार पर किया गया। विजेताओं को आकर्षक नकद पुरस्कार दिए गये।

इस अवसर पर जमशेदपुर इमर्जिंग सोशल एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर अवार्ड्स 2024 का भी आयोजन किया गया। जिसमें रुसिका ट्रेंड्स प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक डोमन टुडू को आदिवासी परंपराओं को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए उनके द्वारा किए गये काम के लिए सर्वोच्च सम्मान दिया गया। बाजार, जनजातीय सशक्तिकरण और सतत विकास में योगदान के लिए राजस्वर की सखी शक्ति समिति की मंजू मीना और खूंटी की द ओपन फील्ड की डॉ. मनीषा उरांव को भी उल्लेखनीय योगदान के लिए पुरस्कृत किया गया। एक्सएल-जेएसईवाई पुरस्कार एक्सएलआरआइ के डायरेक्टर फादर एस. जॉर्ज, एसजे ने प्रदान किया। जबकि विशेष उल्लेखनीय पुरस्कार डीन एकेडमिक प्रो. संजय पात्रो और डीन प्रशासन और वित्त फादर डोनाल्ड डी सिल्वा द्वारा प्रदान किया गया।

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