Bihar :नीतीश की पुलिस पर भड़के चिराग पासवान, अपने ही सहयोगी सरकार की बखिया उधेड़ी

Neelam
By Neelam
4 Min Read

पटना के पारस हॉस्पिटल में चंदन मिश्रा की हत्या के बाद पुलिस पर कई सवाल उठाये जा रहे हैं। अब तो इस मामले में सत्ता पक्ष मे ही रार बढ़ने की पूरी आशंका नजर आ रही है। लोजपा राम विलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने एक बार फिर सरकार के खिलाफ बयान दिया है। बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर एनडीए के सहयोगी और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने नीतीश सरकार में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए है। उन्होंने पुलिस विभाग पर अपराधियों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया है। 

बिहार में पुलिस और अपराधियों के बीच सांठगांठ-चिराग

बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए चिराग पासवान ने पुलिस विभाग को भी लपेटे में लिया है। उन्होंने कहा कि बिहार में पुलिस और अपराधियों के बीच सांठगांठ है। इसी वजह से अपराधी बच जाते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस घूसखोरी में लिप्त है। चिराग पासवान ने आगे कहा कि अपराधी थाने में पुलिस को पैसा देते है और पुलिस सिर्फ घूसखोरी में लगी हुई है। जब तक बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होगी तब तक कुछ नहीं होने वाला। चिराग पासवान ने इस पर तुरंत कार्रवाई करने की मांग की।

अपराधी पुलिस प्रशासन की मिलीभगत से बेलगाम है-चिराग

केंद्र सरकार के मंत्री चिराग पासवान ने यह बयान संजना भारती के परिजनों से मिलने के बाद ग़ोरौल के पीरापुर गांव में दिया है। चिराग पासवान पुलिस प्रशासन पर जमकर बरसे। उन्होंने यहाँ तक कह दिया कि बिहार में अपराधी पुलिस प्रशासन की मिलीभगत से बेलगाम है।

एडीजी कुंदन कृष्णन के बयान पर भी भड़के

इससे पहले हाजीपुर से सांसद चिराग पासवान ने बिहार पुलिस के एजीडी हेडक्वार्टर कुंदन कृष्णन के बयान पर भी नाराजगी जताई थी। उन्होंने ट्वीट कर कहा था-बयान अत्यंत निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारे अन्नदाता किसानों को अपरोक्ष रूप से हत्यारा बताना न सिर्फ उनके मान-सम्मान का अपमान है, बल्कि उनके त्याग और परिश्रम का भी अनादर है। अपराधियों पर शिकंजा कसने के बजाय बिहार पुलिस का ध्यान बेवजह के बयानों पर ज्यादा है, जो बेहद चिंताजनक है। प्रशासन को अपनी प्राथमिकता स्पष्ट करनी चाहिए।

बता दें कि कुंदन कृष्णन ने कहा था कि ‘पिछले कई सालों से यह ट्रेंड रहा है, जब तक बरसात नहीं होती है, तब तक ये सिलसिला जारी रहता है। अप्रैल, मई-जून के महीने में वर्षों से ज्यादा मर्डर होते आए हैं, क्योंकि ज्यादातर किसानों के पास कोई काम नहीं होता है। बरसात होने के बाद किसान समाज के लोग व्यस्त हो जाते हैं।

सत्ता पक्ष में मचेगा रार?

यह कोई पहला मौका नहीं है जब चिराग ने बिहार की विधि व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया है। इससे पहले भी चिराग पासवान कई बार बिहार की बिगड़ती विधि व्यवस्था पर चिंता जाहिर कर चुके है। ऐसे में चिराग के इस बयान से एक बार फिर बिहार की सियासत गरमाने के आसार हैं।

Share This Article