बिहार में महागठबंधन का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा, ये अब तक तय नहीं हो सका है। हालांकि, अब तक बिहार में महागठबंधन का चेहरा तेजस्वी यादव ही है। इस बीच कांग्रेस की ओर से लगातार सीएम फेस को लेकर तेजस्वी के नाम को टाला जा रहा है। बिहार में वोट अधिकार यात्रा के दौरान राहुल गांधी भी लगातार इस सवाल से बचते दिखे। इस बीच बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार मानने से इनकार कर दिया है।

गुरुवार को पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों के सवाल पर कृष्णा अल्लावरु ने कहा कि मुख्यमंत्री का चेहरा बिहार का है, इसलिए बिहार की जनता तय करेगी। आप रुककर देखिए, हड़बड़ी मत कीजिए। चिंता मत कीजिए, सबकुछ ठीक चल रहा है।
सीट शेयरिंग पर क्या बोले
कृष्णा अल्लावरु ने कहा, सीट शेयरिंग पर बातचीत सकारात्मक माहौल में चल रही है और हर बैठक में अधिक से अधिक सीटों पर सहमति बनाने की कोशिश हो रही है। हम संतुष्ट हैं और मुझे लगता है आने वाले दिनों में अच्छी प्रगति नजर आएगी। महागठबंधन में पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस की पार्टी आरएलजेपी के आने के सवाल पर कृष्णा अल्लावरु ने कहा कि कोई भी गठबंधन हो, कोई भी प्रदेश हो, देश में कहीं भी हो, अगर नये अलायंस पार्टनर जुड़ेंगे तो मौजूदा सहयोगियों को थोड़ी थोड़ी कुर्बानी तो करनी ही होगी। ये सिर्फ हमारे गठबंधन की बात नहीं है, यह हर गठबंधन का धर्म है।
आरजेडी ने क्या कहा?
दूसरी ओर कृष्णा अलावरु के बयान पर आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, “बिहार की जनता की है पुकार अबकी बार तेजस्वी सरकार”, उन्होंने कहा कि महागठबंधन में कोई इफ-बट नहीं है। 14 करोड़ जनता ने तेजस्वी को सीएम मान लिया है।

