डिजिटल डेस्क/कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता और आसपास के जिलों में हो रही मूसलाधार बारिश ने सामान्य जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। बारिश और जलजमाव के चलते हुए हादसों में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है।
शहर में घुटनों तक पानी, सेवाएं ठप
- कोलकाता और हावड़ा के कई इलाकों में घुटनों तक पानी भर गया है, जिससे सड़कें, ट्रेन और मेट्रो सेवाएं बाधित हो गई हैं।
- बारिश के कारण कोलकाता एयरपोर्ट पर भी उड़ानें प्रभावित हुई हैं। कम से कम 30 उड़ानें रद्द कर दी गईं और कई अन्य में देरी हुई।
- कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम के अनुसार, पिछले 40 सालों में सितंबर के महीने में यह सबसे ज्यादा बारिश (300 मिलीमीटर) है।
- कोलकाता और हावड़ा में भारी जलजमाव के कारण बंगाल सरकार ने बुधवार और गुरुवार को सरकारी स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की है।
हादसों में 10 की मौत
भारी बारिश के कारण हुए जलजमाव में बिजली का करंट फैलने से 10 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में से 7 लोग कोलकाता में करंट की चपेट में आए। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इन मौतों पर दुख जताया और बिजली कंपनी सीईएससी (CESC) की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि मृतकों के परिवारों को सीईएससी द्वारा नौकरी मिलनी चाहिए, साथ ही राज्य सरकार भी हरसंभव मदद करेगी।
फरक्का बैराज पर आरोप
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस स्थिति के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि फरक्का बैराज की सही से सफाई नहीं होने के कारण यह जलजमाव हुआ है। उन्होंने कहा कि “बिहार और यूपी के पानी से भरा हुआ है और पानी निकलने की कोई जगह नहीं है।” उन्होंने कहा कि मैंने ऐसी बारिश पहले कभी नहीं देखी है।
ममता बनर्जी ने लोगों से अपील की है कि वे आवश्यक न हो तो काम पर न जाएं और घरों में ही रहें। उन्होंने कहा कि मौसम विभाग ने और बारिश की चेतावनी दी है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं।
इस मूसलाधार बारिश का असर दुर्गा पूजा पंडालों की तैयारियों पर भी पड़ा है, जिससे आयोजक परेशान हैं।