डिजिटल डेस्क/जमशेदपुर : झारखंड के चाईबासा जिले में सारंडा के घने जंगल में हुए आईईडी विस्फोट की घटना में सीआरपीएफ 60वीं बटालियन के एक जवान ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, जबकि दो अन्य जवान घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती हैं।
इस दुःखद घटना में हेड कांस्टेबल (जीडी) महेंद्र लश्कर ने बीती रात इलाज के दौरान वीरगति प्राप्त की। वह मूल रूप से असम के रहने वाले थे। जवान के निधन से पूरे बल में शोक की लहर है। सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने शहीद जवान के बलिदान को व्यर्थ न जाने देने का संकल्प लिया है।
घायल जवानों का राउरकेला में इलाज जारी
10 अक्टूबर को हुए इस आईईडी विस्फोट में घायल हुए इंस्पेक्टर (जीडी) के. के. मिश्रा और एएसआई (जीडी) रामकृष्ण गगराई को बेहतर इलाज के लिए अपोलो अस्पताल, राउरकेला में भर्ती कराया गया है।
सीआरपीएफ अधिकारियों के अनुसार, दोनों घायल जवानों की स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है और वे खतरे से बाहर हैं। यह भी जानकारी मिली है कि घायल एएसआई रामकृष्ण गगराई खरसावां के विधायक दशरथ गागराई के भाई हैं।
नक्सलियों ने किया था हमला
यह घटना 10 अक्टूबर को चाईबासा जिले के जराइकेला थाना क्षेत्र अंतर्गत सारंडा जंगल में हुई थी, जब नक्सलियों द्वारा किए गए दो आईईडी ब्लास्ट में सीआरपीएफ की गश्ती पार्टी निशाना बनी थी। घटना के बाद सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके में सघन तलाशी और सर्च अभियान तेज कर दिया है और मामले की जांच जारी है।