मिरर मीडिया : माइनिंग कंपनी ग्रैंड माइनिंग के मामले में सोमवार को भारत निर्वाचन आयोग के समक्ष सुनवाई के बाद दुमका विधायक और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन ने चुनाव आयोग के समक्ष आग्रह करते हुए अपना संशोधित जवाब दाखिल करने के लिए समय की मांग की है। जिसे ECI ने स्वीकार करते हुए 15 दिन का समय भी दिया है।
गौरतलब है कि विधायक बसंत सोरेन के खिलाफ भाजपा ने पद का दुरुपयोग करने की शिकायत करते हुए झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस को ज्ञापन दिया था। ज्ञापन के मुताबिक भाजपा ने बसंत सोरेन को अयोग्य घोषित करने की मांग की थी। इसके फलस्वरूप झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने इस ज्ञापन को निर्वाचन आयोग को भेजा था।बसंत सोरेन ने कहा कि इस मामले में भारत निर्वाचन आयोग को पहले ही अपना जवाब भेज चुके हैं. अपने जवाब में उन्होंने कहा है कि आयोग से उन्होंने कोई तथ्य नहीं छिपाया है. चुनाव के दौरान सौंपे गए शपथ पत्र में भी इसका उल्लेख है
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी 14 जून को आयोग के समक्ष उपस्थित होने के आदेश
वहीं इसके इतर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी अनगड़ा में खनन पट्टा से संबंधित शिकायत के मामले पर चुनाव आयोग ने दो सप्ताह का समय देते हुए 14 जून को आयोग के समक्ष उपस्थित होने को कहा है।