जिले के नामी पब्लिक स्कूल में शिक्षको ने फर्जी डिग्री पर पा ली नौकरी : करीब 15 वर्ष से अधिक समय से जमे हैं विद्यालय में
मिरर मीडिया धनबाद : राष्ट्र निर्माण और बेहतर समाज की परिकल्पना शिक्षा और शिक्षक के बिना संभव नहीं है। तभी तो कहां जाता हैं की भय, भूख और भ्रष्टाचार को मिटाना है तो शिक्षा की अलख को जगाना होगा। लेकिन अशिष्ट तरीके और भ्रष्टाचार के माध्यम से पद पर बैठे लोग समाज को किस तरह का संदेश देंगे और यह संदेश आम जनमानस को किस तरह से प्रभावित करेगा यह विचारणीय है।
कुछ ऐसा ही मामला धनबाद के एक नामी गिरामी और प्रसिद्ध पब्लिक स्कूल की है जहाँ एक या दो नहीं बल्कि तीन शिक्षक फर्जी डिग्री के आधार पर नौकरी कर रहे है। शिक्षकों को इसकी पूरी जानकारी भी है, वावजुद वे बेझिझक अपनी सेवा दे रहें है और फर्जी तरीके से वेतन सहित स्कूल की सभी सुविधाओं का लाभ भी ले रहे हैं।
हालांकि जैसे तैसे अब यह मामला उजागर हो गया जिसके बाद शिक्षको ने पैरवी करनी शुरु कर दी। कोई किसी के पहुंच का फायदा उठाकर पैरवी करवा रहा है तो कोई छूट भैया नेता को पकड़ रहा है तो कोई पैसों का लालच देकर पैरवी की जुगाड़ में लग गया है। हालत ऐसी हो गई है कि अब शिक्षकों के जान पर बन आई है क्योंकि सभी ने करीब 15 साल फर्जी तरीके से स्कूल में लूट की छूट की है अब जांच के नाम पर इनकी सिट्टी पिट्टी गुम हो गई है।
हालांकि यह मामला अब प्राचार्य के संज्ञान में भी आ गया है बावजूद प्राचार्य चुप्पी साधे हुए हैं। और इन नटवरलाल के ऊपर शिकंजा कसने में पता नही क्यों इंतजार कर रहा है। बहुत जल्द इन तीनों नटवरलाल के नामों का खुलासा कर फर्जी तरीके से बहाली कर पैसे की उगाही करने के मामले का पर्दाफाश किया जाएगा
To be continued………