मिरर मीडिया : बुधवार को एसएनएमएमसीएच अस्पताल में बॉन्ड के तहत कार्य करने वाले एमबीबीएस पीजी के छात्रों द्वारा पिछले 3 महीने से मानदेय ना मिलने को लेकर मौन हड़ताल किया गया।
वही डॉ अलका ने बताया कि रिम्स में पढ़ रहे छात्रों को बॉन्ड के तहत राज्य के सरकारी अस्पताल में 3 सालों तक कार्य करना अनिवार्य है। यहां पर कार्य करने वाले सभी छात्रों को 3 महीने से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है। साथ ही निरंतर छात्रों को मानदेय का भुगतान नहीं किया जाता है। 3 महीने का मानदेय बकाया होने के बाद 1 महीने का मानदेय का भुगतान किया जाता है। ऐसे में उनके लिए काम करना मुश्किल हो रहा है।
वही डॉ अभिषेक कुमार ने बताया कि छात्रों के द्वारा सुपरिटेंडेंट को दो बार रिमाइंडर भेजा जा चुका है। लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। 2 हफ्ते पहले चीफ सेक्रेटरी को भी पत्राचार पर सारी जानकारी दी गई थी लेकिन वहां से भी अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। साथ ही संबंधित विभाग से मांग करते हुए कहा कि अभी तक की बकाया मानदेय का भुगतान किया जाए एवं आगे से नियमित मानदेय का भुगतान किया जाए। अगर इस महीने के अंत तक मानदेय का भुगतान नहीं किया जाता है तो आने वाले वक्त में बॉन्ड के तहत कार्य करने वाले सभी डॉक्टर सेवा देने में असक्षम रहेंगे।