मिरर मीडिया : विश्व स्वास्थ्य संगठन के कोलकाता स्थित केंद्रीय प्रयोगशाला में जांच के बाद आई रिपोर्ट के बाद यह जानकारी सामने आई है कि धनबाद में एक साथ 12 बच्चे खसरा से पीड़ित पाए गए हैं। वहीँ इस रिपोर्ट के बाद स्वास्थ्य महकमा में हड़कंप मच गया साथ ही कई सारे सवाल भी खड़े हो गए हैं। सवाल इसलिए कि स्वास्थ्य विभाग ने जिले में 0 से 5 वर्ष के बीच के बच्चों के नियमित टीकाकरण पर 90 प्रतिशत से ज्यादा का लक्ष्य प्राप्त करने का दावा किया था जो इस रिपोर्ट के बाद धरातल पर कुछ और नज़र आ रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गोविंदपुर प्रखंड के कुबरीटांड़ और चंद्रपुरा गांव में सात से ज्यादा बच्चे खसरा से पीड़ित पाए गए हैं। वहीं लोयाबाद से लगभग 8 बच्चों का सैंपल भेजा गया था। यहां पर 5 बच्चे खसरा से पीड़ित पाए गए हैं। पिछले 20 सितंबर को जांच के लिए सैंपल कोलकाता स्थित प्रयोगशाला भेजा गया था। रिपोर्ट आने के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इलाके में स्वास्थ्य विभाग को सर्वे करने को कहा है। 27 सितंबर को डब्ल्यूएचओ ने इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी, लेकिन लगभग 25 दिन बीतने के बावजूद अभी तक विभाग ने गांवों में कदम नहीं रखा है। लिहाजा कई बच्चे बुखार से पीड़ित हैं।
इधर रिपोर्ट आने के बाद WHO ने स्वास्थ्य विभाग को पूरे इलाके में सर्वे करने के लिए लिस्ट सौंपी है। डाॅक्टरों की टीम बनाकर 0 से 5 वर्ष के टीकाकरण से ड्राॅपआउट बच्चे, लेफ्ट आउट बच्चों को चिह्नित करने को कहा है। इसमें डाक्टरों की टीम के साथ सहिया साथी को भी लगाने को कहा गया है। सभी आंगनबाड़ी में टीकाकरण शुरू करने को कहा गया है, लेकिन स्वास्थ्य महकमा की ओर से अभी तक इलाकों में टीकाकरण तो दूर, सर्वे का भी काम पूरा नहीं हो पाया है। वहीं जिला टीकाकरण पदाधिकारी ने इस बाबत बताया कि विश्व स्वास्थ संगठन की ओर से जानकारी और रिपोर्ट मिली है। जल्द टीकाकरण शुरू कराया जाएगा।
WHO की माने तो अधिकतर पीड़ित बच्चे एक धर्म विशेष के हैं लिहाजा इन इलाकों में टीकाकरण को लेकर जागरूकता अभियान चलाने, बीमारी के प्रति लोगों को जानकारी देने के साथ वैक्सीन लगवाने को लेकर जागरूक करना अत्यंत आवश्यक है।