जेएमएम,कांग्रेस टिका टिप्पणी कर संवैधानिक पद का कर रही है दुर्पयोग
मिरर मीडिया : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के झारखंड दौरे के कार्यक्रम में बदलाव हुआ है। जानकारी के अनुसार झारखंड स्थापना दिवस के मौके पर रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति शामिल नहीं होगी। इसके साथ ही देवघर का कार्यक्रम भी रद्द कर दिया गया है। राष्ट्रपति बनने के बाद द्रौपदी मुर्मू का यह पहला झारखंड दौरा है। पहले राष्ट्रपति 14 नवंबर को झारखंड के दौरे पर आने वाली थीं लेकिन अब राष्ट्रपति 15 नवंबर को एक दिवसीय दौरे पर झारखंड आयेंगी। मंगलवार की सुबह राष्ट्रपति का विमान रांची के बिरसा मुंडा हवाई अड्डा पर लैंड करेगी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जायेगा।
यहां से सेना के एमआई 17 हेलीकॉप्टर से वह खूंटी जायेंगी। खूंटी के उलिहातू गांव में भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली पर जायेंगी और महान स्वतंत्रता सेनानी को श्रद्धांजलि देंगी। श्रद्धांजलि देने के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू हेलीपैड से वायुसेना के एमआई 17 हेलीकॉप्टर से रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर पहुंचेंगी। यहां से वह वायुसेना के विमान से मध्यप्रदेश के जबलपुर रवाना हो जायेंगी। दरअसल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पहले झारखंड स्थापना दिवस के मौके पर रांची के मोरहाबादी में आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होना था। राष्ट्रपति के देवघर यात्रा की भी योजना थी। झारखंड में राष्ट्रपति के दौरे को लेकर तैयारी तेज हो गई थी। राष्ट्रपति पहले झारखंड के राज्यपाल की जिम्मेदारी भी संभाल चुकी हैं। उनके आगमन को लेकर राज्य के लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा था।
वही राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को राज्य स्थापना दिवस के मौके पर हेमंत सरकार के द्वारा मुख्याथिति के दौर पर बुलाने के मामले पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शहदेव ने कहा कि हेमंत सरकार अपनी राजनीति चमकाने के लिए राष्ट्रपति जैसे संवैधानिक पद का भी दुरूपयोग करने से बाज नहीं आ रही है, वही कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के नेताओ के तरफ से कई बार राष्ट्रपति को अपमानित करने का काम किया गया है। राष्ट्रपति का कार्यक्रम राष्ट्रपति भवन और राज्य सरकार के समन्वय के आधार पर होता है लेकिन जिस तरह से जेएमएम और कांग्रेस के तरफ से टिका टिप्पणी की जा रही है इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।