मिरर मीडिया : सहारा इंडिया के सहारा समूह में देश के लाखों नागरिकों के पैसे फंसे हुए है। जिनका ब्याज मूलधन के साथ बढ़ता ही जा रहा है। सहारा में जमा करने वाले उपभोक्ता में हर वर्ग के लोग है जिसमें ज्यादातर मध्यम और गरीब वर्ग के ऐसे लोग हैं जो अपनी जमा पूंजी और प्रतिदिन की आमदनी का एक बड़ा हिस्सा सहारा में इस आस से जमा किये थे कि उन्हें आने वाले दिनों में या तय पूर्ण अवधि में एक अच्छा रकम उन्हें एकमुश्त वापस मिलेगा पर ये आशा उनकी निराशा में बदल चुकी है।

इसी संदर्भ में समाजसेवी कुमार मधुरेंद्र ने कई दफा प्रमुखता से सहारा को लेकर आवाज़ उठाई है वहीं 10 दिसंबर को भी कुमार मधुरेंद्र ने देश के प्रथम नागरिक और माननीय राष्ट्रपति महोदया को एवं अन्य को सहारा समूह में फंसे देश के नागरिक को हो रहे समस्या से अवगत कराया था। जिसपर संज्ञान लेते हुए राष्ट्रपति भवन से अवर सचिव द्वारा जानकारी भी दी गई है। और बताया गया है कि आगे की जानकारी को लेकर अग्रेषित की गई याचिका के लिए प्रेषिति से संपर्क करें। लिहाजा आने वाले दिनों में जल्द ही इस पर कुछ अच्छी खबर सुनने को मिल सकती है।