मिरर मीडिया : धनबाद को कोयला की राजधानी के नाम से भी जाना जाता है। धनबाद का कोयला से पुरा देश रोशन होता है सरकार को इससे राजस्व की प्राप्ति भी होती है तो वहीं दूसरी और धनबाद में अवैध कोयले का कारोबार भी जोरों शोरों से चलता है और संबंधित अधिकारी इसको रोक पाने में अक्षम साबित हो रहे है। कोयले की हो रही चोरी में बड़े से लेकर छोटे अधिकारीयों तक की संलिप्तता होती है। इस पूरे वाक्ये को बेहतरीन तरीके से झांकी में नाट्य रूपांतर के माध्यम से पी के रॉय के छात्रों ने युवा महोत्सव के रैली में प्रस्तुत किया।
छात्रों ने झांकी में दिखाया कि किस तरह से साइकिल से कोयला ढोया जा रहा है और यह अवैध कारोबार पुलिस के संरक्षण में चल रहा है कोयला ढोने वाले युवाओं से पुलिस कैसे पैसे ले रही है। झांकी में खनिकों का दर्द से लेकर खदान के नीचे से कोयला निकालते खानिकों के जीवन स्तर को भी बहुत ही सुंदर तरीके से प्रस्तुत की गई है।
कुल मिलाकर जिस तरह से कोयले के अवैध कारोबार धनबाद में चरम पर है यह किसी से छिपा नहीं है युवा भी इसे बखूबी जानते हैं और इसी को उन्होंने झांकी के माध्यम से दिखाया है और कहीं ना कहीं यह संदेश देने का काम किया है कि जिनके भरोसे खनिज संपदाओं की सुरक्षा की जिम्मेवारी है वहीं इस अवैध धंधे को बढ़ावा दे रहे हैं। इसमें अधिकारी के साथ साथ कई सफेदपोश भी मालामाल हो रहे हैं। और सरकार को राजस्व की हानि हो रही है।