अब विद्यालय स्तर पर गठन की जरूरत
मिरर मीडिया : निजी विद्यालयों द्वारा फीस बढ़ोतरी के मामले पर हो रही परेशानी से अभिभावकों को अब मिलेगी निजात
उपायुक्त के निर्देश पर जिला स्तर पर फीस नियंत्रण समिति का गठन कर लिया गया है जो आज से लागू कर दिया गया है। अब अगर स्कूल मनमानी करेंगे तो अभिभावक जिला स्तर पर अपनी समस्याओं को रख सकते हैं जिनके बाद उनकी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए स्कूलों पर अंकुश लगाने का काम शिक्षा विभाग करेगा।
बता दें कि विगत करीब ढाई सालों से फीस नियंत्रण समिति का गठन नहीं होने के कारण निजी विद्यालयों द्वारा मनमानी फीस में बढ़ोतरी की जा रही थी जिससे अभिभावक हमेशा दबाव में रहते थे, जिला स्तर पर फीस नियंत्रण समिति का गठन होने से अब निजी विद्यालय के द्वारा अगर फीस में वृद्धि की जाती है तो उचित कारण बताना पड़ेगा साथ ही जिला स्तर पर इसके लिए अप्रूवल भी लेना पड़ेगा। इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए जिला शिक्षा अधीक्षक इंद्र भूषण सिंह ने बताया कि जिला स्तर पर फिर समिति का गठन कर लिया गया है इस में मनोनीत सदस्य के अलावा स्कूल के प्राचार्य और सीए को भी रखा गया है,ताकि फीस बढ़ोतरी के उचित कारण वह प्रस्तुत कर सकें। साथ ही उन्होंने विद्यालय स्तर पर भी निजी विद्यालयों को जल्द से जल्द फिर समिति का गठन करने की बात कही है।
वही इस संबंध में अभिभावक महासंघ के महासचिव मनोज मिश्रा ने भी उपायुक्त का आभार जताया है एवं कहा कि जिला स्तर पर फिस कमिटी का गठन होना अभिभावकों की जीत है अभिभावक महासंघ लगातार प्रयासरत रहा है ,इससे स्कूल मनमानी नहीं कर सकेंगे साथ ही उन्होंने विद्यालय स्तर पर भी फिस समिति का जल्द गठन होने कि माँग की है।
बहरहाल जिला स्तर पर फीस नियंत्रण समिति का गठन होने से कहीं न कहीं निजी स्कूलों के मनमानी पर रोक लगेगी।
हालांकि अभी तक विद्यालय स्तर पर अभी तक फीस नियंत्रण समिति का गठन नहीं किया गया है विभाग के द्वारा सभी विद्यालयों को पत्राचार किया जा चुका है एवं 1 सप्ताह के अंदर सभी को विद्यालय स्तर पर फीस नियंत्रण समिति का गठन करने के आदेश भी दिए जा चुके हैं, विद्यालय स्तर पर निजी विद्यालय कितनी जल्दी फीस नियंत्रण समिति का गठन कर पाते हैं और विभाग द्वारा आदेश की अवहेलना पर वैसे स्कूलों पर किस प्रकार से करवाई की जाएगी यह देखने वाली बात होगी।