मिरर मीडिया : राज्य बाल संरक्षण आयोग के समक्ष बुधवार 5 जुलाई को धनबाद जिला शिक्षा अधीक्षक भूतनाथ रजवार सशरीर उपस्थित हुए। इस दौरान आयोग ने दूरी का भौतिक सत्यापन करते हुए 10 दिनों में रिपोर्ट मांगी है। जिसके बाद दाखिले की प्रक्रिया शुरू कि जाएगी। बीपीएल दाखिले को शुरू करने के आदेश पर राज्य बाल संरक्षण आयोग ने नाराजगी जताते हुए जिला शिक्षा अधीक्षक को फटकार भी लगाई है। हालांकि इस मामले में DSE ने अपनी गलती को स्वीकार भी किया।
बता दें कि डीएसई ने आयोग के समक्ष अपना पक्ष रखा। बाल संरक्षण आयोग ने डीएसई को निर्देश दिया कि स्कूल से आवेदक के घर की दूरी का भौतिक सत्यापन कर 10 दिनों के अंदर विस्तृत जांच रिपोर्ट आयोग सौंपे। जबकि टीम गठित कर उचित शिकायतों की जांच करें। जिसके बाद आयोग आगे की प्रक्रिया को पूरी करेगा।
आयोग की सुनवाई में करीब 30 शिकायतकर्ता के रूप में अभिभावक मौजूद थे। जबकि झारखंड अभिभावक महासंघ के महासचिव मनोज मिश्र सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहें।
बताते चले कि राज्य बाल संरक्षण आयोग ने शिकायतकर्ताओं के आवेदन की जांच करते हुए विभागीय प्रक्रिया पर न केवल सवाल उठाया था बल्कि शिकायत को सही पाया था। जिसके बाद आयोग ने निदेशक को बीपीएल सूची रद्द करने और बीपीएल नामांकन की प्रक्रिया को आनलाइन कराने की अनुशंसा की थी। पर इसी बीच डीएसई ने दाखिला लेने का आदेश जारी कर दिया। जिसकी सूचना आयोग को मिलने के बाद उन्हें रांची तलब भी किया गया था।