मिरर मीडिया : भारतीय कुश्ती संघ (WFI) को केंद्र सरकार की खेल मंत्रालय ने सस्पेंड कर दिया है। खेल मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआई की पूरी नवनिर्वाचित टीम को सस्पेंड कर दिया है। इतना ही नहीं, सरकार ने भारतीय कुश्ती संघ के नए अध्यक्ष के सभी फैसलों पर रोक लगा दी है। लिहाजा सरकार के इस फैसले के बाद अब संजय सिंह अध्यक्ष नहीं रहेंगे, क्योंकि सरकार ने उनकी मान्यता रद्द कर दी है।
बताया जा रहा है कि महासंघ को बर्खास्त नहीं किया है बल्कि अगले आदेश तक निलंबित किया है। उन्हें बस उचित प्रक्रिया और नियमों का पालन करने की जरूरत है।
गौरतलब है कि संजय सिंह भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के कई बार लंबित हुए चुनावों में गुरुवार को अध्यक्ष पद पर आसान जीत दर्ज करने में सफल रहे थे। उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों की पूर्व स्वर्ण पदक विजेता अनिता श्योराण को हराया था। उनके पैनल ने 15 में से 13 पद पर जीत दर्ज की थी। चुनावों के नतीजों ने प्रदर्शनकारी पहलवानों को काफी निराश किया और ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने खेल से संन्यास लेने का फैसला किया था।
बता दें कि खेल मंत्रालय ने ऐसे वक्त में भारतीय कुश्ती संघ को निलंबित करने का फैसला लिया है, जब बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक समेत कई पहलवान नाराज चल रहे हैं। जबकि पहलवान बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह की जीत से नाराज हैं और लगातार एक्शन की मांग कर रहे थे। वहीं पहलवान बजरंग पूनिया ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के चुनाव में बृजभूषण शरण सिंह के विश्वस्त संजय सिंह के अध्यक्ष बनने के विरोध में शुक्रवार को अपना पद्मश्री सम्मान लौटाने का फैसला किया था।