खुशी, उत्सव और नई शुरुआत का मौसम वसंत का आगमन हो चुका है। नए फूलों पत्तो से सजी- धजी धरती के साथ घर की बालाएं भी श्रृंगार कर उत्सव मना रही है। घर-गलियों का नज़ारा ही आज बिल्कुल अलग सा है। हर ओर जयकारे की गूंज है, खुशियों में सब मगन है। क्योंकि आज ज्ञान की देवी विद्यादायिनी, वीणावादिनी मां सरस्वती का जन्मोत्सव है। जिसे पूरे देश में वसंत पंचमी के रूप में धूमधाम से मनाया जा रहा। लौहनगरी में भी इस त्योहार को लेकर रौनक है। सुबह से ही पंडालों में पूजा की तैयारियां चल रही थी।

कई घरों में बच्चें-बड़े सभी मिलकर पूजा की तैयारियों में जुटे रहे और शुभ मुहूर्त में पूजा किया गया। जगह-जगह आज मां शारदा विराजी हुई है। साकची, मानगो, आदित्यपुर, गोविंन्दपुर समेत कई इलाकों में सुंदर-सुंदर पंडाल बनाए गए है।स्कूल-कॉलेजों में भी कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। माता सरस्वती का पूजन कर बच्चों ने आशीर्वाद लिया। पूजन के बाद प्रसाद का वितरण भी किया गया।

साकची कोर्ट परिसर में मां शारदा की पूजा अर्चना के बाद भोग का भी वितरण किया गया। वहीं सड़कों पर पारंपरिक परिधान साड़ी में सजी युवतियों की टोलियों में खूब उत्साह है। छोटी-छोटी बच्चियां भी साड़ी पहन कर जब घर से निकल रही है तो बहुत ही प्यारी लग रही है। वहीं सिदगोड़ा और एग्रिको में बनें भव्य पूजा पंडाल में भी माता सरस्वती के दर्शन को खूब भीड़ उमड़ रही है।