मिरर मीडिया : सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक Facebook अब मेटा Meta के नाम से जाना पहचाना जाएगा। इस बाबत फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने खुद ऐलान किया है। बता दें कि ‘मेटावर्स’ शब्द का प्रयोग तीन दशक पहले डायस्टोपियन उपन्यास में किया गया था। मेटावर्स दरअसल एक वर्चुअल दुनिया है, जहां एक आदमी शारीरिक तौर पर मौजूद नहीं होते हुए भी मौजूद रह सकता है। इसके लिए वर्चुअल रियल्टी का इस्तेमाल किया जाता है। गौरतलब है कि लंबे समय से फेसबुक का नाम बदलने की अटकलें चल रही थी जिसपर अब अंतिम मुहर लगा दी गई। नया नाम अलग पहचान देने औऱ कंपनी की नए सिरे से ब्रांडिंग के लिए उठाया गया कदम बताया जा रहा है।
जुकरबर्ग की कंपनी का फोकस अब एक मेटावर्स बनाने पर है जिसके जरिए एक ऐसी वर्चुअल दुनिया का आगाज हो जाएगा, जहां पर ट्रांसफर और कम्युनिकेशन के लिए अलग-अलग टूल का इस्तेमाल किया जा सकेगा। फेसबुक के मुताबिक यह सामूहिक प्रोजेक्ट है, जो पूरी दुनिया के लोगों द्वारा बनाया जाएगा। साथ ही सबके लिए खुला रहेगा। फेसबुक ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, ‘जिन एप्स इंस्टाग्राम, मैसेंजर और वाट्सएप को हमने बनाया है, उनके नाम वहीं रहेंगे। विभिन्न एप और तकनीकों को इस नए ब्रांड के तहत लाया जाएगा। हालांकि कंपनी अपना कारपोरेट ढांचा नहीं बदलेगी। कंपनी के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि नया नाम मेटावर्स के निर्माण पर अपना ध्यान केंद्रित करेगा।
कंपनी ने नाम बदलने के साथ कई लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी खोल रही हैं। फेसबुक अपने आप को दोबारा रिब्रांड तो कर ही रहा है, इसके अलावा अब 10 हजार के करीब नए लोगों को नौकरी पर रखने की भी तैयारी कर रहा है। ये सभी लोग मेटावर्स वाली दुनिया को बनाने में मदद करने वाले हैं।